शायद रैलियां बंद हो जाएं, PM चुनाव आयोग से भी करें अपील

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    पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, प्रधानमंत्री मोदी की अपील में बड़ा दम है. उनके कहते ही लोग मान जाते हैं. इधर जुबान हिलाते हैं और उधर जादू जैसा असर देखा जाता है. उन्होंने जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि को फोन कर कहा कि 2 शाही स्नान हो चुके हैं इसलिए अब कोरोना संकट के चलते कुंभ को प्रतीकात्मक ही रखा जाए. 

    पीएम की अपील तुरंत रंग लाई और स्वामी अवधेशानंद ने कुंभ के विधिवत समापन की घोषणा कर दी. इसके 2 दिन पहले निरंजनी और आनंद अखाड़े ने अपनी ओर से कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी थी. जब संत लौट जाएंगे तो कुंभ में आए श्रद्धालुओं की भी वापसी हो जाएगी.’’ हमने कहा, ‘‘यदि कोरोना संकट से कुंभ में शामिल लोगों के जीवन की रक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है तो प्रधानमंत्री को ऐसी ही अपील बंगाल के चुनाव के संदर्भ में चुनाव आयोग से करनी चाहिए. 

    वे कह सकते हैं कि कोरोना संकट देखते हुए चुनाव के बचे हुए दौर एक साथ एक ही दिन में निपटा लें. तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने पहले ही ऐसी मांग कर रखी है. यदि प्रधानमंत्री मोदी एक फोन मुख्य चुनाव आयुक्त को कर दें तो उनकी अपील का सीधा असर पड़ेगा. चुनाव आयोग बचे हुए चरणों का चुनाव एक साथ करा लेगा.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आप की बात सही है लेकिन बीजेपी का चुनावी स्वार्थ देखते हुए मोदी ऐसी अपील नहीं करेंगे. 

    बचे हुए चरणों में बीजेपी को और प्रचार का मौका मिलेगा तथा वह अपनी जीत के अवसर बढ़ाने के लिए आगे भी मेहनत करेगी. कुंभ का मामला धर्म से जुड़ा था इसलिए वहां समापन की अपील कर दी. चुनाव में बीजेपी की साख दांव पर लगी है. वहां की रैलियों में पीएम को कोरोना संकट दिखाई नहीं देता. वहां तो सभा में भारी भीड़ देखकर वे और भी खुश होते हैं.’’