गृहिणियों को मिलेगा वेतन अब उनके परिश्रम का होगा आकलन

Loading

पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज(Nishanebaaz),जो काम कमल चुनाव चिन्ह वाली पार्टी और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ नहीं कर पाए, वह काम करने का पक्का इरादा अभिनेता से नेता बने मक्कल निधि मय्यम पार्टी (Makkal Needhi Maiam Party)के अध्यक्ष कमल हासन (Kamal Haasan) ने किया है. उन्होंने बीड़ा उठाया है कि यदि उनकी एमएनएम पार्टी तमिलनाडु की सत्ता में आई तो वे गृहिणियों को हर महीने वेतन देंगे. उनका यह वादा सुर्खियां बटोर रहा है.’’ हमने कहा, ‘‘गृहणियों  (Women Rights) को खुश करने पर उनके पति व परिजन भी खुश रहेंगे.

कहा भी गया है- यत्र नार्यस्तु पूज्यते, रमंते तत्र देवता. जिसका सार यही है कि घर की देवीजी प्रसन्न रहेंगी तो सारे देवता भी खुश रहेंगे. सबकुछ हैप्पी-हैप्पी रहेगा.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, आप मनमानी व्याख्या कर रहे हैं. इसका अर्थ है कि जहां नारियों का सम्मान होता है, वहां देवताओं का निवास रहता है. खास बात तो यह है कि कमल हासन ने गृहिणियों, हाउसवाइफ या होममेकर की सेवाओं या कामकाज का मूल्य पहचाना है. कितने ही कामकाजी पति बड़ी बेरुखी से अपनी पत्नी को यह सुनाते हैं कि मैं ऑफिस से इतना थककर आया हूं, तुम घर में करती ही क्या हो? अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी एक टिप्पणी में कह दिया है कि घर में काम करने वाली पत्नियों की कीमत कामकाजी पतियों से बिल्कुल भी कम नहीं है.’’ हमने कहा, ‘‘इस बात में क्या शक है कि पत्नी रात में देर से सोने के बाद भी सुबह जल्दी उठती है.

घर में झाडू लगाने से लेकर चाय-नाश्ता, दोनों समय भोजन बनाने की जिम्मेदारी अधिकांश गृहिणियां निभाती हैं. उनके हिस्से में छुट्टी वाला रविवार नहीं आता! इस समय तो ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है, नहीं तो तड़के सबेरे बच्चों को स्कूल के लिए तैयार करना, उनका टिफिन रेडी करना, स्कूल की ड्रेस प्रेस करना रोज का रूटीन है. कोरोना संकट के बाद से मेड को हटा दिया तो बर्तन-कपड़े धोने से लेकर घर के साफ-सफाई की जिम्मेदारी गृहिणी पर आ पड़ी है. वह अपने घर की गृहमंत्री और वित्तमंत्री भी है. घर के फाइनेंस से लेकर सभी तरह के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी उसी पर होती है. गृहिणी होना किसी फुलटाइम जॉब से कम नहीं है लेकिन इसमें जिंदगी खपा देने के बाद भी कुछ नहीं मिलता, उल्टे दाल में नमक कम हो जाए तो ताने सुनने पड़ते हैं.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, कमल हासन ने इस बात को समझा है. उनकी सरकार आ जाए तो गृहिणियों को हर माह वेतन देंगे. पति की कमाई अलग से हाथ में आएगी. कमल हासन के इस कदम से महिलाओं की प्रतिष्ठा बढ़ेगी और उनके कामकाज की कद्र होगी. यदि मोदी सरकार भी ऐसा कदम उठाए तो आत्मनिर्भर भारत और नारी शक्ति की संकल्पना को और मजबूती मिलेगी.’’