चंडीगढ़. पंजाब के अमृतसर, बटाला और तरनतारन में मातम छाया हुआ है। यहां जहरीली शराब पिने से 38 लोगों की मौत हो गई हैं। जिसमें सबसे ज्यादा 19 तरनतारन में, 10 अमृतसर में और 09 लोगों की मौत बटाला में हुई हैं। इस मामले में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार किया हैं। साथ ही थाना तरसिक्क के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं इस मामले की जांच में जुटी पांच टीमों ने तीनों शहर के 40 जगहों पर छापे मारे हैं।
इस मामले में डीजीपी दिनकर गुप्ता के मुताबिक पांच लोगों की मौत 29 जून की रात को अमृतसर ग्रामीण के थाना तरसिक्क में मुच्छल और टांगरा में हुई थीं। वहीं 30 जुलाई की शाम को मुच्छल में संदिग्ध परिस्थितियों में दो और लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक व्यक्ति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद श्री गुरु रामदास अस्पताल से टांगरा रेफर कर दिया गया। लेकिन उसने टांगरा अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसके बाद नकली शराब पीने से गांव मुच्छल से दो और मौतें हुई जबकि दो अन्य व्यक्ति की बटाला शहर में मौत हो गई।
शुक्रवार को बटाला में अन्य पांच व्यक्तियों की मौत हो गई, जिससे शहर में मरने वालों की संख्या सात तक पहुंच गई। एक व्यक्ति को नाजुक हालत में बटाला के सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया। इसी तरह तरनतारन से चार और संदिग्ध मौतें हुई हैं।
पुलिस ने इस मामले में अब तक एक महिला बलविन्दर कौर निवासी मुच्छल को तरसिक्का थाने में दर्ज आईपीसी की धारा 304 और एक्साईज एक्ट की धारा 61 /1/14 के अंतर्गत गिरफ़्तार कर लिया है। अमृतसर ग्रामीण जहां सबसे पहले मामले सामने आए। वहीँ पुलिस प्रमुख की तरफ से गठित विशेष जांच टीम (एसआईटी) की पड़ताल भी जारी है।
इस घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को निर्देश दिए कि वह राज्य में चल रहे नकली शराब बनाने के काम पर शिकंजा कसते हुए तलाशी मुहिम शुरु करें।
वहीं मुख्यमंत्री ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। इसकी जांच जालंधर के डिविजनल कमिश्नर को सौंपी गई है। मुख्यमंत्री ने डिविजनल कमिश्नर को छूट दी है कि वह किसी पुलिस अफसर या विशेषज्ञ की जांच में मदद ले सकते हैं। जालंधर के डिप्टी कमिश्नर के साथ एक्साइज और टेक्सेशन विभाग के कमिश्नर और तीनों जिलों के एसपी भी जांच में शामिल होंगे। सीएम अमरिंदर ने कहा कि जांच में दोषी मिले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।