रांची में सख्त हुआ प्रशासन, तीन बजे के बाद बाहर निकले तो देना होगा जुर्माना

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. रांची (Ranchi) में अनियंत्रित हुए कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के श्रृंखला को तोड़ने के लिए राज्य प्रशासन (State Administration) ने कड़े कदम उठाए है। लोगों को मौत से बचाने और कोरोना विस्फोट की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लोगों को अपराहन तीन बजे के बाद से घरों से बाहर निकलने में पूर्णतः पाबन्दी लगा दी गई है। शहर के सभी दुकानों (Shops) को बंद (Close) रखने के हिदायत दिए गए हैं। आदेश का उल्लंघन करने पर पुलिस सख्ती से निबट रही है और जुर्माना (Fine) भी वसूल रही है। राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के नियमों को सख्ती से पालन करने के आदेश जारी किए जाने के बाद अब दोपहर दो बजे से शहर के सारे दुकानों को बंद रखने और अतिआवश्यक काम के बिना लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने का फरमान जारी किया गया है। 

    पुलिस वैसे लोगों से जुर्माना वसूल रही है, जो बिना कारण  घर से बाहर निकलकर नियम की अवहेलना कर रहे है। इसके लिए राज्य सरकार ने राजधानी के कई प्रमुख चौक चौराहों में हर आने-जाने वाले लोगों और वाहन चालकों की चेकिंग के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। यातायात पुलिस बल को भी विशेष रूप से सतर्क रहने का आदेश दिया गया है, इसके तहत यातायात पुलिस हर आने जाने वाले वाहनों को रोककर वाहनों के कागजात खंघालने में जुट गई है।

    रांची में 100 से अधिक जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती

    रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा के निर्देश पर रांची में 100 से अधिक जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। उन्होंने निर्देश दिया है कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के प्रावधान का अनुपालन सख्ती से की जाय। निर्देशित जगहों पर चेकिंग नियमित तौर पर जारी रहे। आने जाने वालों से घर से बाहर घुमने के सही कारणों को जानने के बाद अनावश्यक रूप से घर से बाहर घुमने वालो से जुर्माना वसूलने का भी निर्देश जारी किया गया है।

    70 फीसदी बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित

    राज्य में जहाँ एक ओर पुलिस प्रशासन को सख्ती से निपटने का निर्देश जारी किया गया, वहीँ स्वास्थ्य विभाग के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए है। कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफे को देखते हुए राज्य सरकार ने राज्य के निजी और सरकारी सभी अस्पतालों में 70 फीसदी बेड कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए आरक्षित रखने का निर्देश दिया है। प्रभारी स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश जारी किया कि वे सिविल सर्जन के साथ मिलकर यथाशीघ्र इस कार्य को प्रतिपादित करें। 

    आइसोलेशन वार्ड भी तैयार करने का निर्देश

    कोरोना और अन्य बीमारियों से हुई मौत के आंकड़े का हवाला देते हुए स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि गत 9 दिनों में राज्य में मृतकों की संख्या 750 से भी ज्यादा हो गई है। वहीँ पिछले 30 दिनों में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 3352 से बढ़कर 57716 हो गयी है। मरीजों और मृतकों की बढती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए निजी अस्पतालों में अभी तक 50 फीसदी ही बेड की उपलब्धता है इसे बढाकर तुरंत 70 फीसदी किया जाना है। बेड की संख्या बढ़ाने के अलावा उन्होंने अस्पतालों में अलग से आइसोलेशन वार्ड भी तैयार करने का निर्देश जारी किया, ताकि ऐसे संक्रमित जिनका ऑक्सीजन लेबल सामान्य हो उन्हें इस तरह के वार्डों में रखा जा सके और आपात स्थिति वाले मरीज आ जाएं तो उन्हें तुरंत ऑक्सीजन उपलब्ध करा कर बेड के हिसाब से प्राथमिकता के आधार पर उन्हें भर्ती किया जा सके। मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, रांची में लगभग 5000 बेड उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी। फ़िलहाल रांची के 44 सरकारी और निजी अस्पतालों में 3829 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए उपलब्ध है। आने वाले दो तीन दिनों में कोरोना मरीजों के लिए 400 अतिरिक्त बेड तैयार कर लिए जाएंगे।