किसानों के कथित ‘शूटर’ का सच आया सामने, सोनीपत पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

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सोनीपत: कृषि कानूनों (Agriculture BIll) को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों (Farmer Organizations) के कथित ‘शूटर’ का सच सामने आ गया है। शनिवार को सोनीपत (Sonipat) के एसपी जशनदीप एस रंधावा (Jashndeep S Randhawa) ने मामले पर बड़ा खुलासा किया है। आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा, “पकड़ा गया व्यक्ति सोनीपत का रहने वाला है और वह बेरोजगार है। पूछताछ करने पर यह सामने आया कि ईव-टीजिंग के आरोपों को लेकर किसान स्वयंसेवकों के साथ उसका झगड़ा हुआ था। इसके बाद वहां मौजूद किसानों ने उसे एक कैंप में ले गए और उसकी जमकर पिटाई कर दी।”

आरोपी हिरासत में नहीं 

रंधावा ने आगे कहा, “सिंघू सीमा पर किसान नेताओं द्वारा कल पेश किया गया नकाबपोश न तो हिरासत में है और न ही उसे गिरफ्तार किया गया है। हम उनसे सिर्फ सवाल कर रहे हैं।” इस दौरान उसने कहा कि, “उसने जो बयान दिया वह दवाब में दिया था।”

प्रदीप नाम का कोई इंस्पेक्टर नहीं

सोनीपत एसपी ने कहा, “कल, युवक ने कहा था कि उसे राय पुलिस स्टेशन के एक इंस्पेक्टर प्रदीप, एसएचओ द्वारा काम सौंपा गया था। हमारी प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि प्रदीप नाम का कोई इंस्पेक्टर जिले में या राय थाने में नहीं है।” 

क्या है मामला?

किसान नेताओं ने बीते शुक्रवार को आरोप लगाया था कि उनमें से चार की हत्या करने और 26 जनवरी को प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के दौरान अशांति पैदा करने की साजिश रची गई। इसी को लेकर किसान नेताओं ने सिंघू बॉर्डर पर शुक्रवार रात आरोपी व्यक्ति को मीडिया के सामने पेश किया था। पेश किए गए आरोपी ने स्वीकार किया था की वह दिल्ली चार किसानों की हत्या करने के लिए आया था।  उसे किसान नेताओं की हत्या करने का निर्देश सोनीपत के राई थाने के SHO प्रदीप ने दिए थे।