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पायलट समेत उनके 27 समर्थक विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में
जयपुर. गहलोत सरकार पर आए संकट के बीच उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, ‘ मेरे सभी विधायक मेरे साथ है, अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में आ चुकी है. मुझे मेरे विधायकों के साथ कई निर्दलीय मिली जानकरी के अनुसार पायलट समेत उनके 27 समर्थक विधायक भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में है.
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार सचिन पायलट ने अपना बयान जारी करते हुए कहा, ‘ मेरे साथ कांग्रेस के 30 विधायकों का समर्थन हासिल है, इसी के साथ कई निर्दलीय विधायकों का मुझेसमर्थन.’ उन्होंने कहा, ‘ मेरी सोनिया गांधी और राहुल गांधी ऐसे कोई मुलाकात नहीं हुई है.’
सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार कल सुबह 10. 30 बजे आयोजित होने वाले विधायक दल की बैठक में पायलट शामिल नहीं होंगे. वहीं उनके समर्थक विधायक भी बैठक में नहीं जाएगी.’
Rajasthan Deputy CM & Congress leader Sachin Pilot to not attend Congress Legislative Party meeting scheduled to be held tomorrow. Sources close to Pilot say Ashok Gehlot Govt in minority after over 30 Congress and some independent MLAs have pledged support to Sachin Pilot.
— ANI (@ANI) July 12, 2020
हमारे पास पूर्ण बहुमत
राजस्थान की मौजूदा स्थिति को लेकर सीएम और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत की पार्टी विधायकों के साथ मुख्यमंत्री आवास पर बैठक संपन्न हुई. बैठक के बाद कांग्रेस ने 90 विधायक को पहुँचने का ऐलान कांगेस ने किया है. बैठक से बाहर निकले विधायक राजेंद्र गुड्डा ने कहा, ‘ गहलोत जी के पास बहुमत है. हम भी प्रयास कर रहे हैं और भाजपा के कुछ विधायक हमारे संपर्क में हैं. हम भाजपा से और अधिक विधायकों को लाएंगे.’
Jaipur: Rajasthan CM and Congress leader Ashok Gehlot’s meeting with party MLAs has concluded. Congress MLA Rajendra Gudda says, “Gehlot ji has the majority. We are also making efforts and some BJP MLAs are in our contact. We will bring more MLAs from BJP than we would lose.” pic.twitter.com/r2ZhVsWC5d
— ANI (@ANI) July 12, 2020
विधान सभा में गहलोत सरकार की स्थिति
मौजूदा समय में गहलोत सरकार पूर्ण बहुमत में है. विधानसभा की 200 सीटों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक है, वहीं 13 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी सरकार को हासिल है. भारतीय जनता पार्टी के पास 72 और हेमंत बेनीवाल की पार्टी के पास तीन सीट है. अगर पायलट समर्थक विधायक अपने पद से इस्तीफ़ा देते है तो, गहलोत सरकार अल्पमत में आ जाएगी, लेकिन फिर भी कांग्रेस विधानसभा में सबसे बड़े दल बनी रहेगी.