किसानों के जमा होने से हरियाणा में कोविड की स्थिति बिगड़ी तो अमरिंदर होंगे जिम्मेदार : खट्टर

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चंडीगढ़. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने रविवार को कहा कि दिल्ली से लगती सीमाओं पर किसानों के जमा होने से अगर राज्य में कोविड-19 की स्थिति बिगड़ती है तो वह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को जिम्मेदार ठहराएंगे। खट्टर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए हाल ही में शादी, धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों में लोगों के हिस्सा लेने की सीमा को तय किया है।

हिसार में एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत करते हुए खट्टर ने कहा, “कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए, हमने पारिवारिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रमों समेत सभी समारोहों में लोगों के जमा होने की सीमा तय करने का निर्णय किया है। बंद स्थान पर समारोह होने पर 100 लोगों और खुले स्थान पर 200 लोगों के भाग लेने की इजाजत है।”

हिसार के एक कार्यक्रम का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “यहां हुए आज के कार्यक्रम में हमने सिर्फ 200 लोगों के शिरकत करने की इजाजत दी।” खट्टर ने कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आह्वान पर पंजाब के हजारों किसान हरियाणा होते हुए दिल्ली की सीमा पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें हैरानी है कि पंजाब सरकार महामारी के बीच आंदोलन को प्रोत्साहित क्यों कर रही है।

खट्टर ने कहा, “अगर बीमारी का यहां प्रभाव हुआ तो कौन जिम्मेदार होगा? अगर (हरियाणा में कोविड की स्थिति) खराब होती है तो मैं पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराऊंगा।” सिंह के साथ वाक युद्ध में उलझे खट्टर ने कहा कि “दिल्ली चलो” मार्च को लेकर उन्होंने पंजाब के अपने समकक्ष से कई बार फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन बातचीत नहीं हो सकी।

खट्टर ने दावा किया, “यह कांग्रेस और पंजाब सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम है, इसलिए वह चीजों को स्वीकार करने से बच रहे हैं।” मुख्यमंत्री ने शनिवार को आरोप लगाया था कि कुछ राजनीतिक पार्टियां और संगठन केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को प्रायोजित कर रहे हैं।

हरियाणा सरकार द्वारा पंजाब से लगती अंतरराज्यीय सीमा पर शुरू में किसानों को रोके जाने का बचाव करते हुए खट्टर ने कहा, “हमने उन्हें रोका और उनसे कहा कि दिल्ली में इतनी बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने की इजाजत नहीं होगी लेकिन उन्होंने नहीं सुनी और जबरन आगे बढ़ गए।”

उन्होंने कहा, “हमने कहा कि हम बल का इस्तेमाल नहीं करेंगे। मैं नहीं समझता कि पानी की बौछार करना और आंसू गैस के गोले छोड़ना बल का इस्तेमाल करना है।”

अमरिंदर सिंह पर प्रहार करते हुए खट्टर ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री उनके लिए उचित भाषा तक का इस्तेमाल नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, “किसी मुख्यमंत्री को यह शोभा नहीं देता। उन्होंने जिस तरह का व्यवहार किया है, कम से कम मैं तो वैसा बर्ताव नहीं करूंगा।” (एजेंसी)