राजस्थान में कांग्रेस फिर दो फाड़ की राह पर, पायलट खेमे के विधायक हेमाराम चौधरी ने विधानसभा से दिया इस्तीफा

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    जयपुर (एजेंसी): राजस्थान में कांग्रेस एक बार फिर दो फाड़ की राह पर जाती दिख रही है। मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ विधायक और सचिन पायलट खेमे के हेमाराम चौधरी ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। विधायक के कार्यालय के अनुसार, ‘‘चौधरी ने विधानसभा सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया है। उनका त्यागपत्र आज विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया गया।” चौधरी बाड़मेर की गुढ़ामलानी विधानसभा सीट से विधायक हैं। इस्तीफे के संबंध में फिलहाल विधायक की प्रतिक्रिया प्राप्त नहीं हुई है।

    200 सीटों वाली राज्य विधानसभा में चौधरी सहित कांग्रेस के 106 विधायक हैं। छठी बार के विधानसभा सदस्य चौधरी राज्य में सचिन पायलट खेमे के विधायक हैं। पिछले साल पायलट ने जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावती तेवर उठाए थे तो उनके साथ गए 18 विधायकों में हेमाराम चौधरी भी शामिल थे।

    अनदेखी से चल रहे थे खफा 

    मौजूदा सरकार के गठन के समय से ही चौधरी का रुख पार्टी को काफी असहज करने वाला रहा है। गहलोत मंत्रिमंडल के गठन के समय उन्हें मंत्री पद नहीं मिलने पर उनके समर्थकों ने प्रदर्शन किया था। 15 जनवरी 2020 को जब विधानसभा में विधायकों ने शपथ ली तो चौधरी वहां नहीं थे। वे पूर्व राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं और राजस्व मंत्री रह चुके हैं।

    सरकार को लगातार लिया निशाने पर 

    इस साल मार्च में जब राज्य विधानसभा में सड़क व पुल की अनुदान मांगों पर हुई चर्चा के दौरान हुई चर्चा में कांग्रेस विधायक ब्रजेन्द्र ओला और हेमाराम चौधरी ने राज्य सरकार निशाना साधते हुए सरकार पर सड़क निर्माण को लेकर उनके क्षेत्र के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था। चौधरी विधानसभा की राजकीय उपक्रम समिति के सभापति भी हैं।