ओम प्रकाश मिश्र
झारखंड : रांची समेत पुरे झारखंड (Jharkhand) में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) तेज हो गयी है। यहां स्थानीय एक स्कूल में एक साथ 25 छात्राएं कोरोना संक्रमित (Corona Infected) पाई गई हैं, जबकि राज्य में 690 नए मरीजों (New Patients) के मिलने की पुष्टि हुई है। जिसमे सिर्फ रांची में 369 कोरोना के नए मरीज मिले है। कल रांची में कोरोना से तीन लोगो की मृत्यु हो गई। झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Governor Draupadi Murmu) और रांची उपायुक्त छवि रंजन (Chhavi Ranjan)ने संक्रमित मरीजों के घरों को अविलम्ब सील करने के आदेश दिए है। कोरोना से निपटने के लिए नियुक्त कमांडरों को हाई अलर्ट कर दिया गया है।
पुरे देश में तीव्र गति से एक बार पुनः कोरना के प्रसार पर झारखंड के राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने चिंता व्यक्त करते हुए झारखंड के समस्त जनता, प्रशासन, व्यापारियों और दुकानदारों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा की देश में युद्ध स्तर पर कोरोना टीकाकरण का कार्य चल रहा है फिर भी हमें सतर्क रहने की जरुरत है। राज्य के नागरिकों से उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण होने पर बीमारी को छुपाएं नहीं, बल्कि तुरंत अस्पताल प्रबंधन और प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सुचना दें ताकि प्रारंभिक दौर में ही उपचार संभव हो सके और जान बचने के साथ इसके संक्रमण के प्रसार को भी रोका जा सके। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की जान अनमोल है प्रत्येक की जीवन की रक्षा हो, आम लोगों के संकल्प से कोरोना पर विजय पाया जा सकता है। उन्होंने दवाई के साथ कड़ाई का भी सख्ती से पालन करने की आम लोगों से अपील की है।
कोरोना मरीज के घर को किया जाए सील
रांची उपायुक्त छवि रंजन ने बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बनाए गए इन्सिडेंट कमांडरों के साथ एक बैठक की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि यदि किसी भी व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होती है तो अविलम्ब उस व्यक्ति के घर को सील किया जाए। उसके घर के बाहर कोरोना पॉजिटिव होने के पोस्टर लगाए जाएं। उपायुक्त ने इन्सिडेंट कमांडरों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों को कोविड केयर सेंटर में रखा जाय या होम आइसोलेशन में, इसका फैसला 48 घंटे में कर लें साथ ही तय समय में कंटेंटमेंट जोन घोषित करने और पोस्टर लगाने का काम तीव्र गति से किया जाय। उपायुक्त ने कहा कि वे खुद ही कंटेंटमेंट जोन का निरीक्षण करेंगे ताकि इस दौरान कोरोना मरीजों पर क्या काम चल रहा है और दिशा-निर्देशों का पालन हो रहा या नहीं इस पर निगरानी रखी जा सके। उन्होंने मेडिकल टीम के सभी लोगों को होम आइसोलेशन में रहने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को सप्ताह में कम से कम दो दिन घर पर जाकर देखने और इलाज करने का निर्देश दिया। कोरोना के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए उन्होंने जिले के सभी निजी अस्पतालों के प्रबंधकों और संचालकों के साथ कल बैठक कर उन्हें कोरोना मरीजों के लिए बेड खाली रखने को कहा। उन्होंने अस्पतालों में बेड, आईसीयू, वेंटिलेटर और अन्य उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी ली और अस्पतालों में एडमिट और डिस्चार्ज होने वाले हर मरीजों का डेटा, फैसिलिटी एप में अपडेट करने का निर्देश दिया।
ठीक हुए मरीजों का ब्यौरा रखें
रांची के सदर अनु मण्डलाधिकारी (एसडीएम) समीरा एस ने कहा कि सभी अस्पतालों में सुनिश्चित किए सरकारी दरों पर ही मरीजों का इलाज किया जाय, ठीक होने वाले मरीजों का नाम पता उम्र और मोबाइल नंबर का भी ब्यौरा रखें ताकि प्लाज्मा की जरुरत पड़ने पर सम्बंधित मरीज से संपर्क किया जा सके। रांची के उपायुक्त रह चुके स्वास्थ्य विभाग के सचिव के के सोन ने राज्य के सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर निर्देश जारी कर कहा है कि राज्य के किसी भी अस्पताल के ओपीडी या इनडोर में किसी भी बीमारी के इलाज के लिए पहुंचे मरीजों में यदि सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार, साँस लेने में दिक्कत जैसे कोरोना संक्रमण सम्बंधित कोई भी लक्षण पाए जाएं तो उस मरीज का कोरोना का जांच अनिवार्य रूप से कराई जाय। उन्होंने राज्य के सभी उपायुक्तों को आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की जिला स्तर पर गठित जिला कोविड नियंत्रण केंद्र के माध्यम से हर दिन निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, साथ ही मरीजों को सरकार द्वारा निर्धारित औषधि किट एवं रजिस्टर्ड मेडिकल प्रेक्टिस्नर के निर्देश में अन्य किट भी उपलब्ध कराने की हिदायत दी है।
टीकाकरण में किया गया इजाफा
राज्य में कोरोना की रफ़्तार बहुत तीव्र गति से फ़ैल रही है। गुरुवार को मिले 690 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले है। इनमे रांची में 369, पूर्वी सिंहभूम में 71, धनबाद में 31, बोकारो में 27, देवघर में 22, पाकुड़ में 21 कोडरमा में 20 साहिबगंज में 19 दुमका में 17 पश्चिमी सिंहभूम में 11, हजारीबाग जिले में 15, और गुमला जिले में 14 मरीज मिले है। कोरोना के कहर से बचाव के लिए किए जाने वाले टीकाकरण में इजाफा किया गया है। 45 वर्ष से अधिक आयु वाले मरीजों के लिए गंभीर बीमारी की शर्त हटा दी गयी है। गुरुवार को जहां 18496 को पहला टीका लगा था, वहीं, आज 21320 लोगों को टीका लगाया गया। कोरोना की दूसरी पारी की तेज संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आम लोगों में इसका खौफ देखा जा रहा है। इस कारण टीका लगवाने वालों की भीड़ उमड़ रही है। जिला के प्रशासनिक अधिकारियों ने आम लोगों को जागरूक करने उन्हें सचेत रहने और सहयोग बनाए रहने की अपील की है। आम लोगों से यह भी अपील की गई है कि अगर बहुत जरुरी न हो तो घर से बाहर नहीं निकलें, घर के बड़े बुजर्गों की देखभाल करें।