पूर्णिया में आरजेडी नेता की हत्या, परिवार ने तेजस्वी और तेजप्रताप यादव के ख़िलाफ एफ़आईआर कराई दर्ज

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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तरीकों का ऐलान हो गया है. इसी के साथ राज्य में राजनीतिक हत्याओं का दौर भी शुरू हो गया है. रविवार को पूर्णिया में राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janta Dal) के पूर्व प्रदेश सचिव शक्ति मल्लिक की गोली मार कर हत्या कर दी गई है. जहां उसकी मौके पर ही मौत हो गई. शक्ति के परिवार ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव (Tejasvi Yadav, Tej Pratap Yadav) पर हत्या का आरोप लगाते हुए दोनों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराई है.

घटना की जानकारी मिलते ही सदर एसडीपीओ आनंद पाण्डेय और खजांची हाट थाना प्रभारी सुनील कुमार मौके पर पहुंचे. और अपनी जांच शुरू कर दी. जानकारी के अनुसार यह वारदात उस समय हुई जब मल्लिक अपने घर पर थे. मृतक की माँ ने कहा, “सुबह साढ़े छह बजे तीन नकाबपोश लोग जो गमछा से चेहरा ढक कर आए और घर में घुस कर शक्ति मल्लिक के सिर और छाती में तीन गोलियां मार दी. उसे आनन-फानन में सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.”

राजद के नेताओं ने कारवाई हत्या 
मृतक की माँ ने राजद के बड़े नेताओं पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा, “शक्ति मल्लिक पहले राजद में प्रदेश सचिव था. पार्टी ने टिकट देने के नाम पर उनसे 50 लाख रुपये की मांग की थी इसके बाद उसे पार्टी से हटा दिया गया था. वह इस बार रानीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता था इसी वजह से उसकी हत्या करवा दी.”

तेजप्रताप, तेजस्वी समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
मामले पर बोलते हुए जिला पुलिस अधीक्षक विशाल शर्मा ने कहा कि, “नेता की हत्या के संबंध में उनकी की पत्नी खुशबू देवी की शिकायत के आधार पर आरजेडी के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, तेजप्रताप यादव, अनिल कुमार साधु सहित छह लोगों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की गई है. इस घटना में नेताओं की संलिप्तता का पता लगाने के लिए एक जांच जारी है.”

मामला राजनीति से प्रेरित
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “तेजप्रताप, तेजस्वी के ख़िलाफ लगाए गए आरोप झूठे है, यह पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है.” वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता कमल किशोर यादव ने कहा कि “पुलिस मामले की जांच करेगी और सच्चाई सामने आएगी. राजद के नेता राजनीति में ऐसा गंदा खेल कभी नहीं खेलते हैं.”