वैशाली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janta Dal) के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuwansh Prasad Singh) का आज उनके पैतृक गांव शाहपुर के करीब गंगा नदी के किनारे हसनपुर घाट में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. पूर्व केंद्रीय मंत्री पिछले कई दिनों से इलाज के लिए नई दिल्ली एम्स (AIIMS) में भर्ती थे. जहां रविवार सुबह उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.
रघुवंश प्रसाद भारतीय राजनीति में वो नेता थे, जिन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ अन्य दलों के नेताओं में भी अपनी आदर्श भूमिका बनाई. वह लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के सबसे करीबी नेता थे. अपने 40 साल के राजनीतिक जीवन में उन्होंने कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. वह वैशाली से लगातर पांच बार सांसद रहे. 2004 में बनी मनमोहन सरकार में उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया. मनरेगा (MANREGA) योजना उन्ही की लाई योजना है.
कोरोना से हुए थे संक्रमित
जून में रघुवंश प्रसाद सिंह को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था और उन्हें पटना के एम्स में भर्ती कराया गया था. कोविड-19 से उबरने के बाद की जटिलताओं को देखते हुए उन्हें हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित एम्स में भर्ती कराया गया था.
आरजेडी से दिया इस्तीफा
रघुवंश प्रसाद ने 10 सितंबर को आरजेडी के साथ अपना 34 साल का सफ़र खत्म करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने अस्पताल से ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को पत्र लिख पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया था. हालांकि लालू यादव ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया था और उन्हें पार्टी में भी बने रहने को कहा था.