चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में शुरू ख़त्म होती कलह फिर से बढ़ने लगी है। नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पूरी तरह एक्टिव हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने अपने धुर विरोधी प्रताप सिंह बाजवा को बैठक के लिए अपने आवास पर बुलाया है। इस बैठक में पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह सहित मंत्री गुरमीत एस सोढ़ी भी मौजूद है।
Punjab Vidhan Sabha Speaker Rana KP Singh, Rajya Sabha MP and former INC Punjab president Partap Singh Bajwa and cabinet minister Rana Gurmit S Sodhi
called on Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh at his residence. pic.twitter.com/xq3nCIvsCe— ANI (@ANI) July 17, 2021
अमरिंदर का आखिरी दांव
सिद्धू को रोकने के लिए सीएम अमरिंदर के इस कदम को उनका आखिरी दांव के तौर पर देखा जा रहा है। अमरिंदर भी जानते हैं कि, सिद्धू के बढ़ते कद से बाजवा भी काफी परेशान है। जिसको भुनाने और पंजाब की राजनीति में हो रहे इस उलटफेर रोकने के लिए यह बड़ा और न सोचा कदम उठाया है।
बाजवा-अमरिंदर की कभी नहीं पटी
प्रताप सिंह बाजवा और कैप्टन दोनों एक दूसरे के धुर विरोधी रहे हैं। दोनों नेताओं के कभी नहीं पटी। वहीं 2015 में बाजवा को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने अमरिंदर को बनाए जाने से दोनों नेताओं के बीच टकराव और बढ़ गई थी। पिछले पांच साल में बाजवा ने मुख्यमंत्री पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ा है। वह लगातर गुरु ग्रन्थ साहिब की बेआबदी, चुनाव के समय किए वादों की पूर्ति को लेकर वह लगातार कैप्टन और सरकार पर हमलावर रहे हैं।
ज्ञात हो कि, सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनना लगभग तय हो चूका है। इसी को देखते हुए सिद्धू ने आज कांग्रेस के कई बड़े नेताओं, मंत्रियों से मुलाकात की है। जिसमें सबसे प्रमुख मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ हैं। सिद्धू जाखड़ से मिलने पंचकूला स्थित उनके आवास पर पहुंचे थे।