एलएएचडीसी-लेह चुनाव: केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद पहली लोकतांत्रिक कवायद

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लेह. छठे लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद-लेह के बृहस्पतिवार को होने वाले चुनाव के लिए पूरी तैयार कर ली गई है। यह पिछले साल इस क्षेत्र को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने के बाद पहली लोकतांत्रिक कवायद है। 45,025 महिलाओं सहित 89,776 मतदाता, 94 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए लेह जिले के 26 निर्वाचन क्षेत्रों में फैले 294 मतदान केंद्रों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इन 94 उम्मीदवारों में भाजपा और कांग्रेस के 26-26 उम्मीदवार शामिल हैं।

उप-जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) अब्दुल जरगर ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं और हमें कल (बृहस्पतिवार) का चुनाव शांतिपूर्ण होने की उम्मीद है। कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए व्यवस्था में आवश्यक उपाय शामिल हैं।” उन्होंने कहा कि मतदान के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा कर्मियों के साथ मतदान दल निर्धारित मतदान केंद्रों पर पहुंच गए हैं, जो सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक होगा।

कांग्रेस और भाजपा के अलावा, आम आदमी पार्टी (आप) भी 19 उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर यहां पहली बार अपनी किस्मत आजमा रही है, जबकि बाकी 23 उम्मीदवार निर्दलीय हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) सहित क्षेत्रीय दलों ने चुनाव से दूर रहने फैसला किया है। मतों की गिनती 26 अक्टूबर को होगी और चुनाव प्रक्रिया 30 अक्टूबर तक पूरी होने की उम्मीद है। लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद (एलएएचडीसी) लेह में कुल 30 सीटें हैं और चार पार्षद सरकार द्वारा नामित होते हैं।