जयपुर: शिक्षक भर्ती में आरक्षित वर्ग को भी नौकरी देने के लिए किए गए हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो और कई लोग घायल हुए हैं. रविवार को राजस्थान सरकार में मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया (Arjun Singh Baamniya), विधायक दयाराम परमार और अन्य नेताओं ने प्रदर्शनकारियों के साथ एक बैठक की. जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच शांति बनाएं रखने और जल्द से जल्द राष्ट्रीय राजमार्ग को खाली करने पर सहमति बन गई है.
ज्ञात हो कि 2018 से शिक्षकों के लिए रिक्त अनारक्षित पदों पर आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों की भर्ती की मांग को लेकर पिछले आठ दिनों से डूंगरपुर में प्रदर्शनकारी राष्ट्रीय राजमार्ग 8 को बंद कर प्रदर्शन कर रहें हैं. सड़क जाम से शुरू हुआ यह प्रदर्शन ने कल हिंसक रूप ले लिया. प्रदर्शनकरियों ने पुलिस की गाड़ियों को आग लगा है. जिसके जवाब में पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ा. जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है.
क्षेत्र में शांति बनाए रखने का निर्णय
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मंत्री अर्जुन एस बामनिया ने कहा, “समिति ने पूरे क्षेत्र में शांति बनाए रखने का निर्णय लिया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यहां कोई अशांति नहीं होनी चाहिए। जहां तक भर्ती प्रक्रिया का सवाल है, मामला अदालत में है. कोर्ट इस पर गौर करेगा, हर कोई इसके लिए सहमत हो गया है.”
आज हाईवे को साफ कर दिया जाएगा
वहीं कांग्रेस विधायक दयाराम परमार ने कहा, “यह निर्णय लिया गया है कि शांति बहाल की जाएगी. आज हाईवे को साफ कर दिया जाएगा. प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की. उन्हें अपने संबंधित पंचायतों में शांति बनाए रखने की जिम्मेदारी दी गई है.”