Navjot Kaur Sidhu
File Photo : PTI

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    पटियाला (पंजाब). पूर्व विधायक नवजोत कौर सिद्धू (Navjot Kaur Sidhu) ने पंजाब में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस के दो विधायकों (Congress MLA’s Sons) के बेटों को सरकारी नौकरी (Government Job) देने के पंजाब सरकार (Punjab Government) के फैसले की शनिवार को आलोचना करते हुए कहा कि केवल योग्यता ही मानदंड होना चाहिए।

    नवजोत कौर सिद्धू का बयान पंजाब सरकार द्वारा कांग्रेस के दो विधायकों के बेटों को “विशेष मामले” के तहत पुलिस इंस्पेक्टर और नायब तहसीलदार नियुक्त करने का फैसला करने के एक दिन बाद आया है। कांग्रेस के दो विधायकों फतेह जंग सिंह बाजवा और राकेश पांडेय के बेटों को अनुकंपा आधार पर नियुक्त करने का फैसला कैबिनेट की बैठक में लिया गया।

    अर्जुन प्रताप सिंह बाजवा को पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर और भीष्म पांडेय को राज्य के राजस्व विभाग में नायब तहसीलदार के रूप में नियुक्त किया गया है। पटियाला के सनौर विधानसभा क्षेत्र के चौरा गांव में पत्रकारों से बात करते हुए नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि बिना योग्यता के किसी को भी कोई पद नहीं दिया जाना चाहिए, खासकर उन लोगों को जो पहले से ही आर्थिक रूप से संपन्न हैं। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने कहा कि बल्कि किसी खिलाड़ी या स्वतंत्रता सेनानी के परिवार के सदस्य को नौकरी दी जा सकती थी।

    उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि बिना कोई परीक्षा पास किए आप तहसीलदार के रूप में शामिल हो सकते हैं या पुलिस में शामिल हो सकते हैं।” नवजोत सिंह सिद्धू के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें इंतजार करने को कहा है। नवजोत कौर सिद्धू ने कहा, ‘‘उनका (पार्टी आलाकमान) फैसला आने के बाद, वह पंजाब के हित में फैसला लेंगे।”

    नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि उन्होंने कपिल शर्मा के शो में शामिल होने से भी इनकार कर दिया था और एक क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए 10 करोड़ रुपये के अनुबंध को अस्वीकार कर दिया था। आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में पटियाला से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी जहां से भी फैसला करेगी वह लड़ेंगी। (एजेंसी)