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श्रीनगर. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू कश्मीर के बारामूला और श्रीनगर जिलों में लगभग 12 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के गिरफ्तार किए जा चुके पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) देवेन्द्र सिंह और एलओसी पार व्यापार के दुरुपयोग से जुड़े दो अलग-अलग मामले में की गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

एनआईए के एक प्रवक्ता ने बताया कि एजेंसी ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किये हैं। उन्होंने बताया कि बारामूला में कई स्थानों पर छापेमारी की गई और श्रीनगर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी नाविद बाबू के संबंध में एक ठिकाने पर छापेमारी की गई।

बाबू को सिंह और दो अन्य के साथ इस वर्ष की शुरूआत में गिरफ्तार किया गया था। एनआईए ने देश में कथित आतंकवादी गतिविधियों के लिए जुलाई में सिंह और अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

हिजबुल मुजाहिदीन मामले में प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी तारिक मीर के पांच करीबी साथियों के घरों की तलाशी ली गई। मीर शोपियां का रहने वाला है और उसे एनआईए ने 29 अप्रैल को संगठन के आतंकवादियों को हथियारों की तस्करी और आपूर्ति करने में उसकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था।

प्रवक्ता ने बताया कि बारामूला के चिनाद गांव में मीर की पत्नी शरीन बीबी के घर, दर्दकोट (उरी) में आज़ाद अहमद पीर के घर, बोनियार (उरी) में हलीमा बेगम केघर, कांसपोरा बारामूला में शाहीन लोन के घर और बारामूला जिले में वजा मोहल्ला पलनला में उसके ससुर के घर और श्रीनगर जिले में रहमतबाद-हैदरपोरा में तफ़ज़ुल परिमु के घर छापेमारी की गई।

उन्होंने कहा कि यह मामला 11 जनवरी को दर्ज किया गया था, जब बाबू और रफी अहमद राथर को सिंह और इरफान शफी मीर उर्फ ​​’एडवोकेट’ के साथ जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड के पास पकड़ा गया था। प्रवक्ता ने कहा, “जांच में पाकिस्तान स्थित हिजबुल मुजाहिदीन नेतृत्व और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और एक ओजीडब्ल्यू नेटवर्क द्वारा रची गई गहरी साजिश का खुलासा हुआ, जो जम्मू-कश्मीर में हिजबुल के आतंकवादियों को धन और हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति मुहैया कराते थे।”

उन्होंने कहा कि एलओसी पार व्यापार में अवैधता के संबंध में चार व्यापारियों के परिसरों में भी तलाशी ली गई, जो पिछले साल से निलंबित है। इन लोगों के परिसरों की तलाशी भारत में अवैध हथियारों, नशीले पदार्थों और नकली मुद्रा की तस्करी के सिलसिले में ली गई।

प्रवक्ता ने कहा कि पीर अर्शीद इकबाल उर्फ ​​’आशु’ और तारिक अहमद शेख के घर की क्रमशः ख्वाजा बाग और तौहीद गुंज में बारुदुल्ला में तलाशी ली गई। ये दोनों मादक पदार्थों के अलग-अलग मामले के सिलसिले में जेल में हैं।

इकबाल जहां कठुआ जेल में बंद है, वहीं शेख बारामूला जेल में बंद है। जिन अन्य लोगों के घरों की तलाशी ली गई, उनमें ख्वाजाबाग में हुर्रियत के जिला स्तर के नेता बशीर अहमद सोफी और सोपोर के गुंदपुरा गांव के अब्दुल हामिद लोन शामिल हैं।