20 साल में सातवीं बार नीतीश कुमार फिर बने बिहार के मुख्यमंत्री, जानिए कब-कब ली शपथ

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पटना: बिहार की राजनीति में एक नया इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने सोमवार को दो दशक में सातवीं बार प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की. राजभवन में आयोजित समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने कुमार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी.  69 वर्षीय नीतीश कुमार के साथ भाजपा विधानमंडल दल के नेता एवं कटिहार से विधायक तारकिशोर प्रसाद, उपनेता एवं बेतिया से विधायक रेणु देवी ने भी शपथ ग्रहण की. समझा जाता है कि तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.

नीतीश कुमार राज्य के मुख्यमंत्री पद पर सर्वाधिक लंबे समय तक रहने वाले श्रीकृष्ण सिंह के रिकार्ड को पीछे छोड़ने की ओर बढ़ रहे हैं जिन्होंने आजादी से पहले से लेकर 1961 में अपने निधन तक इस पद पर अपनी सेवाएं दी थीं.

जानिए कब-कब मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार 

  • नीतीश कुमार ने सबसे पहले 2000 में प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी लेकिन बहुमत नहीं जुटा पाने के कारण उनकी सरकार सप्ताह भर चली और उन्हें केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री के रूप में वापसी करनी पड़ी थी।
  • दूसरी बार पांच साल बाद वह जदयू-भाजपा गठबंधन की शानदार जीत के साथ सत्ता में लौटे.
  • 2010 के विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के भारी जीत दर्ज की. गठबंधन ने 243 सीटों में से 206 सीट पर जीत दर्ज की. जिसके बाद मुख्यमंत्री का सेहरा एक बार फिर से नीतीश कुमार के सिर पर बांधा गया.
  • मई 2014 में लोकसभा चुनाव में जद-यू की पराजय की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया लेकिन जीत राम मांझी के बगावती तेवरों के कारण उन्हें फरवरी 2015 में फिर से कमान संभालनी पड़ी.
  • नवंबर 2015 में नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और चुनाव लड़ा. चुनाव में गठबंधन को बड़ा बहुमत मिला और पांचवीं बार राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.
  • 2017 में आरजेडी के ऊपर लग रहे आरोपों के बाद महागठबंधन को छोड़ वह फिर से एनडीए के साथ आगए और छठी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.