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    ओमप्रकाश मिश्र

    रांची. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के कार्यकलापों पर राज्य के मुख्यमंत्रियों के विरोध मुखर होने लगे है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात (Mann Ki Baat) पर झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने अपने मन का भड़ास निकाल दिया। कहा कि मन की बात करने से बेहतर होता प्रधानमंत्री काम की बात करते। हेमंत सोरेन के प्रधानमंत्री को ट्वीट कर इस तरह अपने मन की भड़ास निकालने पर जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा (Arjun Munda) ने ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की आपने मुख्यमंत्री पद की गरिमा को गिरा दिया है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी प्रधानमंत्री की एक ऑनलाइन बैठक को सार्वजनिक कर मोदी के क्रियाकलापों का कड़ा विरोध किया था। 

    कोरोना पर काबू पाने की प्रक्रिया में केंद्र और राज्य सरकारें आमने-सामने भीड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को व्यक्तिगत रूप से फोन किया और उनसे बातचीत की। बात चित के तुरंत बाद हेमंत सोरने ने प्रधानमंत्री से किए गए बातचीत पर अपनी प्रतिक्रिया और भड़ास ट्वीटर में निकाल दी। हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते।

    मुख्यमंत्री पद की गरिमा गिरा दी: अर्जुन मुंडा

    हेमंत सोरेन के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रया जाहिर करते हुए केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने ट्वीट कर हेमंत सोरेन को कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तो आपको फोन किया कि कोरोना से कैसे लड़ा जाय और भारत सरकार सबके साथ है। आपने आभार व्यक्त करने की बजाय उनकी आलोचना की। प्रधानमंत्री जी ने अपना बड़प्पन दिखाया, लेकिन आपने अपनी और मुख्यमंत्री पद की गरिमा गिरा दी।

    केंद्र सरकार झारखण्ड के साथ भेदभाव कर रही : बन्ना गुप्ता 

    प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी, जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा और झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के बीच छिड़ी कोरोना के जंग में राजनीति सियासत गरमाने लगी है। झारखण्ड में बेतरतीबी से फैले कोरोना से निबटने के प्रयासों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को केंद्र सरकार से काफी नाराजगी है। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता कई बार इस बात को सार्वजनिक तौर पर बोल चुके है कि केंद्र सरकार झारखण्ड के साथ भेदभाव कर रही है। झारखण्ड को जरुरत की आधी रेमडेसिविर भी नहीं मिल पा रही है, जबकि उत्तर प्रदेश और गुजरात को जरुरत से ज्यादा रेमडेसिविर उपलब्ध कराये गए है। हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार से राहत मिले न मिले हम अपनी बेहतर प्रबंधन से कोरोना को हराएंगे। राज्य के अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को बेड ऑक्सीजन वेंटीलेटर और अन्य चिकित्सीय संसाधनों की कमी नहीं हो इसके लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है।