Rajasthan Congress crisis
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जयपुर: राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आए संकट के बीच सूत्रों से मिली जानकरी के अनुसार उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थन में 30 से ज्यादा कांग्रेस विधायक संपर्क में है, वही कई निर्दलीय विधायक भी उनके साथ में है. इन सभी विधायकों ने पायलट के हर निर्णय पर अपना समर्थन दिया है.’

बतादें कि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मुख्यमंत्री गहलोत के बीच राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है. पार्टी में लगातार हो रही अपनी उपेक्षा से नाराज़ चल रहे पायलट शनिवार को अपने 25 समर्थक विधायकों को लेकर दिल्ली पहुंच गए है. खबर यह भी आरही है कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते है. 

मुख्यमंत्री ने कराई मंत्रियों की परेड 
राज्य में बढ़ते राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया के सामने अपने मंत्रियों और विधायकों की परेड कराई है. रविवार को आयोजित प्रेस वार्ता में राज्य के कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ऐसे समय में जब हम COVID-19 के खिलाफ लड़ रहे हैं, भाजपा सत्ता के लिए लड़ रही है। राजस्थान सरकार अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेगी।’

हम कांग्रेस के सिपाही, भाजपा से कोई संपर्क नहीं
पत्रकार वार्ता में राजस्थान कांग्रेस के विधायक रोहित बोहरा ने कहा, ‘ हम व्यक्तिगत कारणों से दिल्ली गए. अगर मीडिया कहता है कि हम इस वजह से या वहां गए हैं, तो यह हमारी समस्या नहीं है। हम किसी विवाद का हिस्सा नहीं बनना चाहते. हम कांग्रेस के सैनिक हैं और अपनी अंतिम सांस तक पार्टी के साथ रहेंगे.’

वहीं अन्य विधायकदानिश अबरार ने कहा,’ सचिन पायलट जी राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और मैं राज्य पार्टी इकाई का सचिव हूं, इसलिए सचिन जी से मेरी मुलाकात एक नियमित अभ्यास है। हम – चेतन डूडी, रोहित बेहरा और मैं – भाजपा से संपर्क नहीं कर रहे हैं.’

पायलट ने सिंधिया से की मुलाकात
राजस्थान में शुरू संकट के बीच सचिन पायलट ने अपने पूर्व साथी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनके दिल्ली वाले आवास में मुलाकात की है. दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक मुलाकात चली. इस दौरान दोनों नेताओं के बीच मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा हुई. 

विवाद का क्या है पूरा मामला
राज्यसभा चुनाव में मतदान करने को लेकर और गहलोत सरकार गिराने को लेकर ‘एसओपी’ ने सचिन पायलट को नोटिस दिया है.  अपनी ही सरकार गिराने को लेकर मिले नोटिस मिलने और राजद्रोह का केस दर्ज होने से पायलट नाराज़ हो गए है. इसके पहले गहलोत खेमे के कई नेता पायलट पर भाजपा के संपर्क रहने और सरकार गिराने का आरोप लगा चुके है.  वहीं पायलट खेमा गहलोत पर पुलिस का इस्तमाल कर दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया.