थाना प्रभारी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. कोरोना संक्रमण के रूप में तांडव मचा रही मौत यूं तो आए दिन भारी तादाद में लोगों को निगल रही है। ऐसे में एक अविवाहित महिला थाना प्रभारी (Police Station Incharge) का फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर लेने की घटना ने उसके क्षेत्र के लोगों को आश्चर्य चकित कर दिया है। पुलिस (Police) ने मृत थाना प्रभारी की लाश को पोस्टमार्टम (Post mortem) के लिए अस्पताल भेज दिया है। वरीय पुलिस अधिकारीयों ने उसके घर पहुंचकर परिवार के सदस्यों को सान्तवना दी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की सोमवार देर रात अपने आवास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। रूपा रांची स्थित रातू थाना क्षेत्र के काठीटांड की रहनेवाली थी। उसके पिता सेना में हैं। 

    तीन बहनों में रूपा सबसे बड़ी थी। रूपा आत्महत्या किस वजह से की यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की सरगर्मी से जांच कर रही है। रूपा को सोमवार दोपहर को महिला थाने में देखा गया था उस समय रूपा अपने ड्यूटी में थी। ड्यूटी के दौरान थाने में केस लेकर आने वाली  महिलाओं से मुलाकत कर उनकी समस्याओं को सुलझाने की कोशिश भी  की। उस समय रूपा के साथ उसके सहकर्मी पुलिस पदाधिकारी भी उपस्थित थे। तब किसी को इसका जरा भी एहसास नहीं हुआ कि रूपा के दिमाग में क्या चल रहा है? और वह आज देर रात तक की ही मेहमान है।

    पुलिस अधीक्षक ने जांच करने की जिम्मेदारी ली  

    महिला थाना प्रभारी, रूपा तिर्की अविवाहित थी। उसकी उम्र 26 साल  बताई गयी । वह निष्ठा पूर्वक अपनी ड्यूटी का निर्वहन कर रही थी, पिता सेना में होने के कारण और खुद एक थाना प्रभारी होने के नाते रूपा अनुशासन में रहकर अपनी ड्यूटी कर रही थी उसके घर पर भी किसी को इस बात का इल्म नहीं था कि रूपा इस तरह अपनी जिंदगी का खात्मा कर लेगी। पुलिस उस क्षेत्र के लोगों और उसके परिवार के बाकि सदस्यों के बीच रूपा का फांसी लगाकर मर जाना एक आश्चर्य बनकर रह गया है। थाना प्रभारी रूपा तिर्की डीएसई आफिस के समीप सरकारी क्वाटर में रहती थी। वह  2018 बैच की अवर निरीक्षक थी। हाल ही में प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद उसे महिला थाना प्रभारी बनाया गया था।एकाएक इस तरह की घटना घटने के बाद पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा, इंस्पेक्टर शशिभूषण चौधरी समेत कई पुलिस-पदाधिकारी रूपा के आवास पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने स्वयं इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने रूपा के बाकि सगे सम्बन्धियों को इस घटना की सूचना दे दी है।

     सेना में है पिता

    पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा यह पता लगाने में लगे हैं कि रूपा तिर्की के आत्महत्या करने की असली वजह क्या है। हालाँकि आत्महत्या की प्रारंभिक जाँच में अभी तक किसी ने कुछ नहीं बोला है। इस मामले में महिला थाना के सहकर्मियों से भी प्रारंभिक पूछताछ की गयी है,पर कोई भी पुलिस सहकर्मी कुछ नहीं बोल रहे हैं। रूपा तिर्की एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती थी। पिता सेना में है। हालात को देखते हुए उसने पुलिस की नौकरी करने की ठानी और उसके अथक प्रयास ने उसे 26 साल की उम्र में थाना प्रभारी बना दिया। सहकर्मी पुलिस वालों का कहना है कि वह ड्यूटी भी पुरे अनुशासन की हद में रहकर कर रही थी। सोमवार दोपहर तक रूपा ने दो एक केस भी निपटाने में अपना फर्ज निभाई पर दोपहर तक किसी ने सोचा भी नहीं था की सोमवार की रात तक रूपा मौत को गले लगा लेगी।