Suresh Rain

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चंडीगढ़/पठानकोट. पंजाब पुलिस ने बुधवार को दावा किया कि पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सुरेश रैना के रिश्तेदारों पर हमले के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर मामला सुलझा लिया गया है। इस हमले में रैना के फूफा और फुफेरे भाई की मौत हो गई थी। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी अंतरराज्यीय लुटेरे-अपराधी गिरोह के सदस्य हैं।

पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने यहां कहा कि 11 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना अभी बाकी है। इस बीच रैना परिवार से मिलने के लिए पठानकोट पहुंच गए हैं। यह हमला 19-20 अगस्त की रात को पठानकोट के थारयाल गांव में हुआ था।

रैना के फूफा अशोक कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी, वह ठेकेदार थे। कुमार के बेटे कौशल ने इलाज के दौरान 31 अगस्त को दम तोड़ दिया था। कुमार की पत्नी आशा रानी अस्पताल में है और उनकी हालत नाजुक है। हमले में जख्मी हुए दो अन्य को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

पठानकोट में संवाददाताओं से बात करते हुए रैना ने मदद के लिये मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का शुक्रिया अदा किया और पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि वो अच्छा काम कर रही है। रैना ने कहा, “परिवार मुश्किल वक्त से गुजर रहा है और मैं चाहता हूं कि सरकार को परिवार के लिये कुछ करना चाहिए।” आशा रानी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेने रैना अस्पताल भी गए।

रैना ने बाद में ट्वीट किया, “आज सुबह पंजाब में मैंने जांच अधिकारी से मुलाकात की जिन्होंने कथित तौर पर तीन अपराधियों को पकड़ा है। मैं उनके प्रयासों की सराहना करता हूं। हमारे नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती लेकिन इससे भविष्य में अपराध जरूर रुकेंगे। मदद के लिये शुक्रिया पंजाब पुलिस, कैप्टन अमरिंदर सिंह।”

पूर्व क्रिकेटर ने हमले को बेहद भयानक बताया था और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से इस घटना पर ध्यान देने का आग्रह किया था। पंजाब पुलिस ने जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष जांच दल गठित किया था। पंद्रह सितंबर को एसआईटी को सूचना मिली कि घटना के बाद सुबह में डिफेंस रोड पर दिखे तीन संदिग्ध पठानकोट रेलवे स्टेशन के नजदीक रह रहे हैं। गुप्ता ने एक बयान में बताया कि छापा मारा गया और तीनों को पकड़ लिया गया।

उन्होंने बताया कि उनके पास से सोने की अंगूठी, सोने की चेन और 1530 रुपये नकद बरामद हुए हैं। साथ में दो लकड़ी के डंडे भी मिले हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सावन उर्फ मैचिंग, मुहोब्बत और शाहरूख खान के तौर पर हुई है। सभी राजस्थान के झुंझुनू के निवासी है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि वे अन्य के साथ मिलकर गिरोह के तौर पर सक्रिय थे और उन्होंने उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर तथा पंजाब के कई हिस्सों में कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया है।

पुलिस ने कहा कि सावन ने गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों के साथ इलाके की रेकी की थी। पुलिस ने कहा कि 19 अगस्त की रात को शुरू में उन्हें दो घरों का पता चला- एक गोदाम और एक खाली घर। तीसरा घर अशोक कुमार का था। पांच आरोपी सीढ़ी का इस्तेमाल कर छत के रास्ते घर में दाखिल हुए, जहां उन्होंने तीन लोगों को सोते देखा।

डीजीपी ने कहा कि घर में घुसने से पहले संदिग्धों ने उनके सिर पर वार किया। नकदी और सोने के गहनों के साथ फरार होने से पहले उन्होंने घर में दो अन्य लोगों पर हमला किया। उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपी बिजली के उच्च क्षमता वाले तारों के पास से गुजरते हुए खुले खेतों में पहुंच गए और वहां से नहर तक। यहां से रेलवे स्टेशन पहुंचने के लिये वे दो-दो और तीन-तीन के समूह में बंट गए। पुलिस के मुताबिक आपस में नकदी और गहने बांटने के बाद वे मौके से फरार हो गए। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच जारी है। (एजेंसी)