Rahul Gandhi

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देहरादून. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्षों की मंगलवार को हुयी बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से पुनः पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया गया। पार्टी उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने बताया कि यहां कांग्रेस मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में पांच घंटे तक चली बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अलावा, केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकारों की “जन विरोधी” नीतियों के विरूद्ध प्रदेशव्यापी आंदोलन चलाने की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा की गई और पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस की कीमतों में की जा रही बेतहाशा बढोत्तरी को केंद्र सरकार से तत्काल वापस लेने की सर्वसम्मति से मांग की गयी।

बैठक में राज्य सरकार से परिवहन विभाग की बसों समेत परिवहन के अन्य साधनों के किराये में की गई बढोत्तरी को तत्काल वापस लेने की मांग की गयी तथा ऐसा नहीं होने पर दोनों सरकारों के खिलाफ जारी आन्दोलन को और व्यापक करने की चेतावनी दी गयी। बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा हृदयेश और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी मौजूद रहे। प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सिंह ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि पिछले साढे तीन साल से राज्य में सत्तारूढ़ त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।

उन्होंने कहा कि आज जब पूरा देश व राज्य वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से प्रभावित है तो ऐसे में राज्य के मुख्यंमंत्री व उनके मंत्रिमण्डलीय सहयोगी ‘‘पिंजरे में कैद” हैं। सिंह ने कहा कि जहां एक ओर दुनियाभर में कच्चे तेल की कीमतें न्यूनतम स्तर पर हैं, वहीं भारत में सरकार लगातार पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतें बढ़ाने में लगी है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में पेट्रोल व डीजल पर सबसे अधिक उत्पाद शुल्क भारत में ही है।

पार्टी महासचिव रावत ने कहा कि पूरी पार्टी एकजुट होकर प्रीतम सिंह के नेतृत्व में भाजपा सरकारों की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करेगी। उन्होंने पार्टी नेताओं से आग्रह किया कि वे किसी भी प्रकार के आपसी मतभेद को मिल बैठ कर सुलझा लें और जनता के सवालों पर पूरी ताकत और एकजुटता के साथ संघर्ष करें। (एजेंसी)