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भुवनेश्वर. ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में जुलाई के पहले 10 दिनों में कोविड-19 के 317 मामले सामने आने के साथ ही भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने पाया है कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने के पीछे शारीरिक दूरी के नियमों का घोर उल्लंघन मुख्य वजह है। बीएमसी आयुक्त पी सी चौधरी ने बताया कि पाबंदियों को हटाए जाने के कारण कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित जिलों यानी कि हॉटस्पॉट से लोगों के आने के बाद कोविड-19 के मामले बढ़ गए और साथ ही भुवनेश्वर के बाहर के कई मरीजों को शहर के अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।

उन्होंने शनिवार को कहा, ‘‘एक जुलाई से 10 जुलाई के बीच कुल 317 मामले आए। इनमें से 61 मामले विभिन्न अस्पतालों से आए और 212 लोगों ने यात्रा की तथा पहले संक्रमित पाए गए मरीजों के संपर्क में आए। अन्य स्थानीय मामले हैं।” चौधरी ने बताया कि राज्य की राजधानी में कोविड-19 के कुल 640 मामले आए हैं और इनमें से 317 लोग अब भी संक्रमित हैं। भुवनेश्वर में अब तक 314 लोग स्वस्थ हुए हैं और आठ लोगों की मौत हो चुकी है।

उन्होंने कहा, ‘‘जनसुरक्षा और शारीरिक दूरी के नियमों का घोर उल्लंघन करने तथा हॉटस्पॉट जिलों से लोगों के आने के कारण कोविड-19 के मामले बढ़े।” बीएमसी ने क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) के साथ मिलकर सीरोलॉजी सर्वेक्षण शुरू कर दिया है। आरएमआरसी के निदेशक संगमित्र पाती ने कहा, ‘‘इसका मकसद शहर में समुदाय और अधिक जोखिम वाले समूहों की रोग प्रतिरोधक स्थिति का पता लगाना है।” बीएमसी सूत्रों ने बताया कि 25 वार्डों में सर्वेक्षण दो चरणों में पूरा होगा। चौधरी ने बताया कि नगर निकाय कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कदम उठा रहा है। उन्होंने बताया कि झुग्गी बस्ती वाले इलाकों के लिए एक विशेष रणनीति बनाई गई है जहां भुवनेश्वर की करीब 33 प्रतिशत आबादी रहती है।