- वर्ष जुलाई (असाढ़) महीने में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन
- देश और दुनिया भर के लाखों लोग होते हैं शामिल
दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिया आयोजित होने वाली यात्रा का सीधा प्रसारण किया जाए, जिससे देश-विदेश के सभी भक्त भगवान के दर्शन टीवी के माध्यम से कर सके
पूरी: कोरोना वायरस का असर हर साल आयोजित होने वाली विश्व विख्यात भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर भी दिखने लगा हैं. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने ओडिशा सरकार को बिना श्रद्धालुओं के साथ यात्रा का आयोजन करने का सुझाव दिया हैं. इतिहास में पहली बार बिना श्रद्धालुओं के यात्रा निकाली जाएगी.
भगवान जगन्नाथ के प्रमुख सेवादार गजपति महाराज दिव्यसिंह देव की अध्यक्षता में शनिवार को समिति की हुई बैठक हुई. जिसमें रथ यात्रा के संबध में चर्चा की गई. बैठक के बाद सरकार को सिफारिश करते हुए मंदिर समिति ने कहा , “इस वर्ष बिना श्रद्धालुओं के रथ यात्रा का आयोजन किया जाए, जिससे संक्रमण से बचा जा सकता हैं.” उन्होंने सरकार से अनुरोध करते हुए कहा, “दुनिया भर के श्रद्धालुओं के लिया आयोजित होने वाली यात्रा का सीधा प्रसारण किया जाए, जिससे देश-विदेश के सभी भक्त भगवान के दर्शन टीवी के माध्यम से कर सके.”
पूरी के लिए ट्रेन नहीं चलाने का अनुरोध
मंदिर समिति से मिले सुझाव के बाद ओडिशा सरकार ने रेल मंत्रालय को पत्र लिख कर रथ यात्रा के दौरान पूरी के लिए देश के अन्य भागों से ट्रेन सेवा नहीं चलाने का अनुरोध किया हैं. वहीं मंदिर समिति द्वारा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण करने के अनुरोध पर भी ओड़िशा सरकार विचार कर रही हैं.
बता दें कि हर वर्ष जुलाई (असाढ़) महीने में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा का आयोजन किया जाता है. जिसमे देश और दुनिया भर के लाखों लोग भगवान के दर्शन करने और यात्रा देखने के लिए शामिल होते हैं. लेकिन इस वर्ष कोरोना वायरस के वजह से यात्रा को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई हैं.
रथ का निर्माण तेज़ी से शुरू
यात्रा के लिए मंदिर प्रांगण में रथ का निर्माण जोर-शोर से शुरू हैं. रथ निर्माण के प्रमुख बढ़ई बिजय महापात्र ने बताया कि लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों के तहत निर्माण किया जा रहा है. सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियम का पालन किया जा रहा है और सभी लोग काम के समय मास्क भी पहनते हैं.