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    भुवनेश्वर. ओडिशा के जल संसाधन(WRD) विभाग ने 380 किलोमीटर लंबा नदी तटबंध बनाने की योजना तैयार की है जिसमें 1,944 करोड़ का निवेश आने का अनुमान है। ज्वार भाटा के प्रति संवेदनशील ओडिशा के तटों को बचाने के लिए यह तटबंध बनाया जाएगा। जल संसाधन विभाग के प्रधान अभियंता ज्योतिर्मय रथ ने विभाग के सचिव अनु गर्ग की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद यह जानकारी दी।

    रथ ने कहा, ‘‘ 1,944 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 380 किलोमीटर लंबे तटबंध के पहले चरण के निर्माण के लिए जल संसाधन विभाग के पर्यवेक्षण में विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की गई है।” उन्होंने बताया कि तटबंध का निर्माण तट के साथ-साथ पत्थर बांध कर किया जाएगा। इन पत्थरों को ज्वार भाटा के दौरान अलग-अलग होने से बचाने के लिए उनको लोहे के जालों से ढका जाएगा। तट पर चलने वाली तेज हवाओं को रोकने के लिए तटबंध के आस-पास बड़ी मात्रा में पेड़-पौधे लगाए जाएंगे।

    रथ ने बताया कि केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी और गंजम जिलों में 52 किलोमीटर लंबे तटबंध जिसका निर्माण 2013 और 2016 में 135 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था और यह अब भी बरकरार है और तट की रक्षा कर रहा है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शुक्रवार को हुई समीक्षा बैठक के दौरान ने कहा कि राज्य की तटरेखा 480 किलोमीटर लंबी है जिसका ज्यादातर हिस्सा तेज ज्वार-भाटा के प्रति संवेदनशील है।