Anger against the government erupted among women against inflation, burning effigies of the government

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    ओमप्रकाश मिश्र 

     रांची. सरसों का तेल  (Mustard Oil) 200 रुपए लीटर तो डीजल (Diesel) और पेट्रोल (Petrol) एक सो रुपए के लगभग हो गया है। कांग्रेस की सरकार (Congress Government) के समय जब पेट्रोल 60 रूपए और डीजल 45 रुपए लीटर था, तो भाजपा नेता (BJP Leaders), तत्‍कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Prime Minister Manmohan Singh) को चूड़ियां भेजते थे। लेकिन आज बढ़ती महंगाई पर भाजपा के लोग चुप्पी साधे हुए हैं। 

    उलगुलान असंगठित मजदूर संघ की सचिव फरजाना फारूकी ने रांची में एक प्रदर्शन के दौरान कहा कि, देश में बढती मंहगाई के खिलाफ लोगों का गुस्सा उबल पड़ा है। मंहगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है। बढ़ती मंहगाई के खिलाफ सरकार का पुतला भी दहन किया गया। उलगुलान असंगठित मजदूर संघ के बैनर तले बढ़ती महंगाई के विरुद्ध रांची स्थित कांटा टोली के पास आज शाम जमकर प्रदर्शन किया गया।  जिसमें दर्जनों महिला कार्यकर्ताओं ने पैदल मार्च किया, महिलाएं  नारे लगाती हुई, कांटाटोली  चौक के पास पहुंची और महंगाई के खिलाफ केंद्र सरकार का पुतला दहन किया।  मोर्चे की  अगुवाई कर रही फरजाना फारूकी ने कहा कि यह पुतला दहन महंगाई के खिलाफ है, जब से मोदी सरकार आई है महंगाई चरम सीमा पर है। प्रदर्शन में भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी  (भाकपा) कांटाटोली अंचल के कार्यकर्ताओं ने भी शिरकत की।

    प्रदर्शनकारियों का कहना था की पेट्रोल डीजल राशन तेल सब्जी और फलों के दाम आसमान छूने लगे है पेट्रोल डीजल की दामों में वृद्धि के कारण इससे जुड़ी सभी वस्तुओं के दम बढ़ गए है जिसका आम जनजीवन में प्रतिकूल असर पड़ रहा है।  प्रदर्शनकारियों ने सरकार से बढ़ती मंहगाई पर बिना देर किये नियंत्रण लाने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों  में शहजादी खातून, अगता पन्ना, बाबी मुंडा, पार्वती देवी,  रिंकी मुंडा, किरण देवी, बिंदिया देवी, भारती देवी, मानसी कुमारी आदि के अलावा भाकपा के रांची जिला सचिव अजय सिंह और एआईएसएफ के प्रदेश अध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र भी शामिल थे।