Cyclonic Storm
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चेन्नई. बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवात ‘निवार’ में परिवर्तित हो गया है और इसके बुधवार को भारी तूफान के रूप में तमिलनाडु और पुडुचेरी के तट से टकराने की आशंका है। तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पड़ोसी केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और असुरक्षित इलाकों से लोगों को निकालने सहित एहतियाती उपाय सरकार द्वारा किए जा रहे हैं।

मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि ‘निवार’ बुधवार को चेन्नई से 50 किलोमीटर दूर राज्य के मामल्लापुरम और पुडुचेरी के कराइकल तट से बुधवार देर शाम भारी तूफान के रूप में टकरा सकता है और इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है, जिसकी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है।

विभाग ने कहा कि बुधवार को तूफान के प्रभाव से तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के ज्यादातर हिस्सों में बारिश हो सकती है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से बातचीत कर तूफान से पैदा हालात की जानकारी ली और केंद्र से हर संभव मदद का भरोसा दिया।

इस बीच, तमिलनाडु और पुडुचेरी के कई इलाकों में मंगलवार से बारिश शुरू हो गई और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), तटरक्षक बल, दमकल विभाग सहित विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के कर्मचारियों की तैनाती किसी भी स्थिति से निपटने के लिए की गई है।

तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पुडुचेरी में बुधवार को सार्वजनिक छुट्टी घोषित की गई है और सार्वजनिक परिवहन को स्थगित कर दिया गया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने पत्रकारों से कहा, “कल राज्य में आम छुट्टी होगी लेकिन आवश्यक सेवा से जुड़े कर्मी काम करेंगे।”

पुडुचेरी के उद्योग एवं राजस्व मंत्री एमओएचएफ शाहजहां ने कहा कि बुधवार को सभी सरकारी कार्यालयों में छुट्टी होगी और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि तूफान के मद्देनजर दवा, दूध् जैसी आवश्यक सामग्री की दुकानों को छोड़ बाकी सभी प्रतिष्ठान मंगलवार से लेकर बृहस्पतिवार सुबह छह बजे तक बंद रहेंगे।

शाहजहां ने बताया कि 30 नावों पर सवार होकर कराइकल से समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों से संपर्क नहीं हो रहा है और तटरक्षक बल की मदद से उन्हें वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। मामल्लापुर से करीब 20 किलोमीटर दूर मद्रास परमाणु ऊर्जा संयंत्र में तूफान सुरक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है।

इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र के निदेशक एम श्रीनिवास ने कहा, “संयंत्र में सामान्य रूप से काम हो रहा है और उम्मीद है कि निवार तूफान जब तट से गुजरेगा तब भी यह सफलतापूर्वक काम करता रहेगा।” पलानीस्वामी ने कहा कि राज्य में 4,133 असुरक्षित स्थानों की पहचान की गई है और जिलाधिकारियों को उन इलाकों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा गया है।

उन्होंने कहा कि 3,146 तूफान शरण शिविर बनाए गए हैं। वहीं तटरक्षक बल ने चार गश्ती पोत और दो हेलीकॉप्टरों को किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार रखा है। विशाखापत्तनम में भी 15 टीमें और तीन डोनियर विमान तैयार रखे गए हैं।

दक्षिण रेलवे ने 12 रेलगाड़ियों को स्थगित कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि जलाशयों की लगातार निगरानी की जा रही है और निचले स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया जा रहा है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पश्चिमी हिस्से के ऊपर निर्मित हुआ गहरे दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ा और चक्रवाती तूफान ‘निवार’ में तब्दील हो गया। मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक मंगलवार को ‘निवार’ तूफान पुडुचेरी से 380 किलोमीटर और चेन्नई से 430 किलोमीटर दूर स्थित था। (एजेंसी)