कोच्चि. केरल में सोना तस्करी मामले में मुख्य अभियुक्त स्वप्ना सुरेश ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष दावा किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) में उसका ‘‘अच्छा-खासा प्रभाव” था। एजेंसी ने शुक्रवार को यहां एक विशेष अदालत को यह जानकारी दी। ईडी ने आरोपी की हिरासत बढ़ाने के अनुरोध को लेकर एक अर्जी दाखिल की।
ईडी ने कहा कि निलंबित आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर को इस बात की पूरी जानकारी थी कि सुरेश की ईमानदारी संदिग्ध थी और मामले के संबंध में उनसे और पूछताछ की आवश्यकता थी। एजेंसी ने अपनी अर्जी में कहा, ‘‘यह पता चला है कि मुख्यमंत्री के कार्यालय में उनका काफी प्रभाव था।”
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने भी छह अगस्त को इसी तरह की अर्जी एनआईए अदालत में देते हुए सुरेश की जमानत याचिका का विरोध किया था। एनआईए ने कहा था कि मामले में मुख्य आरोपी से पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि उसका मुख्यमंत्री कार्यालय में ‘‘अच्छा प्रभाव” था।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस मामले के सिलसिले में शिवशंकर से भी एजेंसी ने पूछताछ की थी। एनआईए, सीमा शुल्क और प्रवर्तन निदेशालय समेत कई एजेंसियों पिछले वर्ष नवम्बर से तिरुवनंतपुरम में राजनयिक सामान के जरिये 100 करोड़ से अधिक मूल्य के सोने की तस्करी मामले की जांच कर रही है। (एजेंसी)