Karnataka: Controversy over flagging of Adi Shankaracharya's statue in Sringeri

Loading

बेंगलुरु. कनार्टक में चिकमंगलुरु जिले के श्रींगेरी में स्थापित श्री आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के ऊपर बने गोपुरम पर झंडा मिलने से विवाद उत्पन्न हो गया है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को बताया कि झंडा किसी राजनीतिक पार्टी या धर्म से जुड़ा नहीं है। हालांकि, स्थानीय भाजपा नेता का दावा है कि प्रतिमा के गोपुरम (छत्र) पर लगाया गया झंडा सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) का है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘वहां आदि शंकराचार्य की प्रतिमा और उसके ऊपर गोपुरम बना हुआ है।

वहां पर झंडा मिला है, लेकिन वह न तो किसी पार्टी का है और न ही इस्लामिक झंडा है। वह नीले और हरे रंग से बना झंडा है।” उल्लेखनीय है कि यह प्रतिमा शहर के शंकराचार्य गोलंबर पर स्थापित है। उन्होंने बताया कि कुछ शरारती तत्वों ने गोपुरम के ऊपर झंडा फेंका जो वहां पर फंस गया। अधिकारी ने बताया कि प्रतिमा को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। जब सुबह हमें पता चला तो झंडे को हटा दिया गया और मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। स्थानीय भाजपा नेता ने मामले में शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री एसए रामदास ने भी इस घटना की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मुझे जानकारी मिली है कि एसडीपीआई का झंडा शंकराचार्य की प्रतिमा पर लगा दिया गया। मैंने अधिकारियों से दोषी को गिरफ्तार करने को कहा है। हमारी सरकार ऐसे असामाजिक तत्वों को बर्दाश्त नहीं करेगी।” इसके साथ ही उन्होंने वह तस्वीर भी साझा की जिसमें गोपुरम पर झंडा दिख रहा है।