Health workers furious after being removed after working for two months in RIMS

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. कोरोना संक्रमण से बचाव और मरीजों की देख रेख करने के लिए आनन-फानन में अस्थाई तौर पर नर्सों की सेवा लेना राज्य सरकार को भारी पड़ने लगा है, चूँकि कोरोना संक्रमण (Corona Infection)अब तक़रीबन नियंत्रण की स्थिति में है इसलिए सरकार चाहती है की अस्थायी नर्सों को काम से हटा दे। नर्से इसका जोरदार विरोध कर रही हैं आज इसी मामले को लेकर भारी तादाद में नर्से रिम्स परिसर में एकत्रित होकर रिम्स प्रबंधन (RIMS Management) और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सरकार की नीतियों के विरुद्ध हंगामा बरपाया हंगामे को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल (Police Force) को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट (Alert) कर दिया गया है।

    रिम्स उपाधीक्षक कार्यालय के बाहर हंगामा बरपा रही नर्सों का कहना है कि मुसीबत के समय हमें काम पर रखा गया। हम लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना मरीजों की जान बचाने में जुटे रहे। अब जब कोरोना में नियंत्रण होने लगा है तब हम लोगों को बिना नोटिस दिए हटाने की बात की जा रही जो किसी भी सूरत पर तर्क संगत नहीं है। 

    पुलिस को अलर्ट मोड में रखा गया 

    नर्सों के उग्र प्रदर्शन की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने भारी तादात में रिम्स परिसर में पुलिस बल को तैनात कर दिया। बारियातु थाना के थाना प्रभारी ने प्रदर्शन कर रही नर्सों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कर्मचारी अपनी मांग पर अड़े रहे। प्रदर्शन और विरोध की संभावना को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से रिम्स उपाधीक्षक कार्यालय के बाहर मुस्तैद है। यहां पुलिस को अलर्ट मोड में रखा गया है।

    नाराज कर्मचारियों ने जमकर किया हंगामा

    धरना और प्रदर्शन के कारणों की जानकारी मांगे जाने पर बताया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे के दौरान अप्रैल के पहले सप्ताह में राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान  में टी एंड एम सर्विसेज कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विज्ञापन निकालकर 749 कर्मियों की बहाली की गई थी। इनमें स्टाफ नर्स, मल्टी परपस वर्कर/ हॉस्पिटल अटेंडेंट, एनएसथीसिया टेक्निशियन, लैब टेक्नीशियन, स्वीपर, सैनिटरी, अटेंडेंट, ट्रॉली मैन और सिक्योरिटी गार्ड की बहाली हुई थी। इन सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों से लगातार दो  महीने तक काम कराने के बाद अब सभी कर्मचारियों को काम से हटाया जा रहा है। इसी के विरोध में ये अस्थायी कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। एनएचएम के बिहाफ में टी एंड एम सर्विसेज कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने बहाली के लिए विज्ञापन निकाला था। विज्ञापन में यह जिक्र किया गया था कि इनकी नियुक्ति न्यूनतम तीन माह और अधिकतम 1 साल के लिए की जाएगी। लेकिन कर्मचारियों को दो  महीने काम कराने के बाद बगैर वेतन दिए हटाया जा रहा है। टी एंड एम सर्विसेज कंसलटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने नई लिस्ट जारी करते हुए 396 लोगों को काम पर रखने की घोषणा की है। लेकिन कंपनी द्वारा निकाले गए नए लिस्ट में भी अगस्त तक ही लोगों को काम पर रखने की बात कही गयी है। जिससे नाराज कर्मचारी ने रिम्स उपाधीक्षक कार्यालय के समक्ष जमकर हंगामा किया।