Heavy rains, flood-like conditions in many parts of Karnataka
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बेंगलुरु. कर्नाटक के कई हिस्से मूसलाधार बारिश के बाद लगातार तीसरे साल बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे है। इन स्थानों पर जान-माल के लिए खतरा पैदा हो गया है। राज्य के कई तटीय जिलों, मलनाड और उत्तरी अंदरूनी इलाकों में भारी बारिश हो रही है और इसके जारी रहने की संभावना है। वहीं पर्वतीय कोडागू और चिकमंगलूर जिलों में भूस्खलन की खबरें हैं। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आपात राहत के लिए तत्काल 50 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश दिया है। वह अभी एक निजी अस्पताल में कोविड-19 संक्रमण का इलाज करा रहे हैं। उन्होंने कल रात ट्वीट किया, ‘‘ राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद मैंने मुख्य सचिव को स्थिति की समीक्षा करने और उपायुक्तों को स्थिति पर करीबी नजर बनाए रखने और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। आपात राहत के लिए तत्काल 50 करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश दिया है।”

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बृहस्पतिवार को जारी बयान में येदियुरप्पा ने जिला प्रभारी मंत्रियों से भारी बारिश के मद्देनजर एहितयात वाले कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने मंत्रियों से अपने क्षेत्रों में रहने और नुकसान वाले इलाकों का निरीक्षण करने और राहत वितरण और अन्य कदम उठाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि 50 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं और अगर जरूरत पड़ी तो और भी धन जारी किए जाएंगे। मंत्री आपात कार्य से जुड़े फैसले ले सकते हैं। कोडागु जिले में भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं। कावेरी नदी के उद्गम स्थल तालाकावेरी के निकट ब्रह्मगिरि में भूस्खलन की घटनाएं हुईं। अधिकारियों ने बताया, ‘‘तालाकावेरी मंदिर के पुजारी और परिवार समेत कम से कम चार से पांच लोग अभी लापता हैं। बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच चुकी है।”

उन्होंने बताया कि खतरे को दखेत हुए पुजारी से घर खाली करने को कहा गया था कि लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। लगातार यह तीसरा साल है जब कोडागु बाढ़ और भूस्खलन का सामना कर रहा है। उत्तरी कर्नाटक के कई हिस्से खास तौर पर सीमावर्ती बेलगावी जिले में कृष्णा नदी और उसकी सहायक नदियों में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और इस जिले में भी भारी बारिश के बाद जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति है। तुंगभद्र नदी में बहाव तेज होने से बल्लारी जिले के भी हिस्सों में बाढ़ की स्थिति है। कर्नाटक सरकार ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने 19 जिलों के 1,989 गांव को बाढ़ ग्रस्त इलाके के रूप में पहचान की थी। यहां 51 लाख से ज्यादा की आबादी है। कर्नाटक मे पिछले साल भयानक बाढ़ की वजह से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और करीब सात लाख लोग विस्थापित हो गए थे।(एजेंसी)