Nitish kumar, Bihar

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    पटना: बिहार की राजनीति में शनिवार को बड़ा हड़कंप मचा गया, जब एक आईएएस अधिकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के खिलाफ मामला दर्ज कराने पुलिस स्टेशन पहुंचा गए। एफआईर दर्ज कराने पहुंचे अधिकारी का नाम सुधीर कुमार (Sudhir Kumar) है। वह 2014 में हुए बीपीएसी पेपर लिक मामले में दोषी पाते हुए गिरफ्तार किया गया था। 

    चार घंटे कराया इंतजार 

    सुधीर कुमार न्र बताया कि, “मैं दोपहर 12 बजे से इंतजार कर रहा हूं लेकिन अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। मुझे केवल गर्दनीबाग के एससी/एसटी पीएस से एक रसीद मिली है। मामला धोखाधड़ी और फर्जी कागजात बनाने मामले में वह सीएम नीतीश कुमार और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराना चाहता थे।”

    आवेदन के बाद  आगे की कार्रवाई

    वहीं इस मामले पर गर्दनीबाग पीएस अरुण कुमार ने बताया कि, “हमें सुधीर कुमार का आवेदन मिला है। उसकी रसीद उपलब्ध करा दी गई है। हमने अभी तक आवेदन की सामग्री को नहीं पढ़ा है। सामग्री पढ़ने के बाद होगी आगे की कार्रवाई।”

    तेजस्वी ने बोला हमला

    वहीं इस मामले पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने कहा, “आज, एक आईएएस अधिकारी 5 घंटे से अधिक समय तक थाने में बैठा रहा, लेकिन पुलिस ने उसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं की। बिहार के सीएम को आगे आकर सफाई देनी चाहिए। मुख्यमंत्री के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं हो सकती? सीएम नीतीश कुमार अपने पद से चूक रहे हैं”

    कौन है अरुण कुमार 

    सुधीर कुमार बिहार कर्मचारी चयन आयोग (Bihar Staff Selection Commission) के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। उन पर  2014 में इंटर स्तरीय संयुक्त परीक्षा का पेपर लीक करने का आरोप था, जिसमें वह दोषी पाया गया था।  इसी मामले में 2017 में उनको निलंबित करते हुए गिरफ्तार किया गया था।