CM Mamata Banerjee speaks about prevention of corona infection in West Bengal - complete lockdown will affect livelihood, taking strict steps to tackle
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हुगली: पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (Trinmool Congress) प्रमुख ममता बैनर्जी (Mamata Banerjee) ने नेताजी की जयंती को लेकर भाजपा (TMC) पर हमला बोला है। सोमवार को हुगली में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, “नेताजी सुभाष चंद्र बोस (Shubhas chandra Bose) सभी के नेता हैं … वे मुझे प्रधानमंत्री के सामने चिढ़ा रहे थे … मैं बंदूकों में विश्वास नहीं करती, मैं राजनीति में विश्वास करता हूं। भाजपा ने नेताजी और बंगाल का अपमान किया।”  

ज्ञात हो कि, 23 जनवरी के दिन कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में नेताजी शुभास चन्द्र बोस की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में विवाद हो गया था। दरअसल, ममता जैसे ही बोलने के उठी वह बैठे लोगों ने जय श्री राम का नारा लगाने लगे, लोगों को लगाए नारों से वह नाराज हो गई और भाषण देने से इनकार कर दिया। इसी के साथ उन्होंने अपन नाराजगी दिखते हुए कहा था कि यहां बुलाकर अपमान मेरा किया है।

पार्टी छोड़ने वाले नेता जल्दी छोड़ दें पार्टी 

पार्टी छोड़ने वालों पर निशाना साधते हुए सीएम बैनर्जी ने कहा, “जो लोग तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ने के लिए लाइन में खड़े हैं, उन्हें जल्द से जल्द छोड़ देना चाहिए। बंगाल और टीएमसी को आपकी जरूरत नहीं है। टीएमसी ने उन्हें टिकट नहीं दिया होगा, इसलिए वे डर में छोड़ रहे हैं।” 

मुख्यमंत्री ने यह हमला पार्टी नेता और हाल ही में सरकार से इस्तीफा देने वाले राजीब बैनर्जी पर है। पिछले कई दिनों से वह पार्टी और मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से नाराज चल रहे हैं। शुभेंदु अधिकारी, सुनील मंडल की तरह उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगातार शुरू हैं।

हरे कृष्ण, हरे राम, बिदाई जाऊ भाजपा, वाम  

मुख्यमंत्री बैनर्जी ने कहा, “बुजुर्ग महिलाएं गाती हैं, ‘हरे कृष्ण, हरे राम’, मैं कहती हूं ‘हरे कृष्ण, हरे राम, बिदाई जाऊ भाजपा वाम  और’ हरे कृष्ण हरे हरे, तृणमूल गोरे गोर।” 

प्रधानमंत्री जानते नहीं है मुझे

टीएमसी प्रमुख ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, “वह मुझे जानते नहीं है, मुझे धमकी से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने नेताजी का अपमान किया उसके पहले उन्होंने टैगोर का अपमान किया था। मुझे सत्ता से निकलने वाले खुद लेफ्ट क मदद से बंगाल में आए हैं।”