कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banejee) ने हाथरस (Hathras) में हुई सामूहिक बलात्कार की घटना को ‘‘बर्बरतापूर्ण एवं शर्मनाक” करार देते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि पीड़िता के ‘‘जबरन अंतिम संस्कार” ने उन लोगों की कलई खोल दी है, जो मत हासिल करने के लिए झूठे वादे करते हैं और नारों का इस्तेमाल करते हैं।
बनर्जी ने ट्वीट किया, ‘‘मेरे पास हाथरस में एक दलित युवती के साथ हुई बर्बरतापूर्ण एवं शर्मनाक घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं। मैं उसके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं। परिवार की मौजूदगी या सहमति के बिना जबरन अंतिम संस्कार किया जाना और भी शर्मनाक है और इसने उन लोगों की कलई खोल दी है, जो मत हासिल करने के लिए नारे लगाते हैं और झूठे वादे करते हैं।”
Have no words to condemn the barbaric & shameful incident at Hathras involving a young Dalit girl. My deepest condolences to the family.
More shameful is the forceful cremation without the family’s presence or consent, exposing those who use slogans & lofty promises for votes.— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 1, 2020
युवती के साथ 14 सितंबर को चार लोगों ने हाथरस के एक गांव में सामूहिक बलात्कार किया था। उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत और खराब होने के बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया। यह खबर फैलते ही नेताओं, खिलाड़ियों, कलाकारों एवं कार्यकर्ताओं समेत समाज के सभी वर्गों के लोगों ने इस घटना पर रोष व्यक्त किया और न्याय की मांग की। युवती के शव का बुधवार तड़के हाथरस में अंतिम संस्कार किया गया था और उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस ने रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करने के लिए उन्हें मजबूर किया। हालांकि स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अंतिम संस्कार ‘‘परिवार की इच्छानुसार” किया गया।