गड़बेता (प.बंगाल). पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बृहस्पतिवार को “मार्क्सवादी मित्रों” से “सांप्रदायिक भाजपा (BJP) के सहयोगियों” माकपा (CPI (M)) या कांग्रेस (Congress) को वोट नहीं देने के लिए कहा। बनर्जी राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पश्चिम मेदिनीपुर जिले में प्रचार कर रही थी। उन्होंने जनता को उन लोगों को एक भी वोट नहीं देने को कहा “जिनके संबंध गांधीजी के हत्यारों से हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया, “माकपा अब भाजपा की मदद कर रही है।” उन्होंने कहा, “केवल तृणमूल कांग्रेस भाजपा के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी।”
बनर्जी ने कहा, “हमले के बाद वे (भाजपा) अब झूठ फैला रहे हैं। साजिश के बाद अब वे चरित्र हनन में शामिल हैं।” तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने आरोप लगाया कि केन्द्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार करोड़ों रुपये की लूट में शामिल है और अपने विरोधियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही है। बनर्जी ने भाजपा को किसान विरोधी और आदिवासी विरोधी बताया।
उन्होंने कहा, “हम (तृणमूल कांग्रेस) आदिवासियों की जमीन नहीं छीनेंगे। हमने उन्हें पट्टा दिया है। हम भाजपा को किसान विरोधी कृषि विधेयकों को लागू नहीं करने देंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ के बाद उनकी सरकार ने प्रभावितों की हरसंभव मदद की और हो सकता है कि “एक या दो” लाभार्थी छूट गये हों, लेकिन भाजपा के नेताओं को संकट के उस समय में कहीं नहीं देखा गया। पश्चिम मेदिनीपुर में एक रैली को यहां संबोधित करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा नेता चुनाव से ठीक पहले “मतदाताओं को लुभाने और वोट हासिल करने के लिए बाहर से नकदी के साथ हेलीकॉप्टर और विमानों से यहां पहुंचते है।”
उन्होंने कहा, “तृणमूल कांग्रेस सरकार ने चक्रवात प्रभावितों के लिए हजारों करोड़ रुपये की मदद की। एक या दो अपवाद हो सकते हैं…लेकिन हम लोगों की मदद करने के लिए पहुंचे हैं। तब भाजपा के नेता कहां थे? मानवीय संकट के समय वह हमेशा गायब रहते हैं।”
बनर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लागू नहीं होने देगी। उन्होंने आरोप लगाया, “गणना करने वालों की यात्रा के दौरान घर पर नहीं पाये जाने पर भाजपा मतदाताओं के नामों को हटा देगी। वे आपको (लोगों) निकाल देंगे। लेकिन हम उन्हें यहां रजिस्टर अद्यतन करने की अनुमति नहीं देंगे।”
उन्होंने कहा, “किसी भी परिवार के एक भी सदस्य, देश के किसी भी नागरिक को बंगाल से निकाला नहीं जा सकता है।” भाजपा को “दंगाइयों की पार्टी” बताते हुए उन्होंने कहा, “हम हिंसा नहीं चाहते हैं, हम खून-खराबा नहीं चाहते हैं और हम बंगाल में प्रतिशोध की राजनीति नहीं चाहते हैं।” (एजेंसी)