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कोलकाता. अंधविश्वास (Blind Faith) एक ऐसा विश्वास है, जिसका कोई उचित कारण नहीं होता है। अंधविश्वास अधिकतर कमजोर व्यक्तित्व, कमजोर मनोविज्ञान एवं कमजोर मानसिकता के लोगों में देखने को मिलता है। जीवन में असफल रहे लोग अधिकतर अंधविश्वास में विश्वास रखने लगते हैं एवं ऐसा मानते हैं कि इन अंधविश्वासों को मानने एवं इन पर चलने से ही शायद वह सफल हो जाएं। लेकिन अंधविश्वास के कारण लोग क्या-क्या कर बैठते हैं यह उनको भी पता नहीं होता। (Mother killed son, roast meat in ghee and spices!)

ऐसी ही एक भयावह घटना कोलकाता (Kolkata Crime) में हुई है। काले जादू के कारण एक महिला ने अपने जवान बेटे की हत्या कर दी। इससे भी अधिक भयावह यह है कि, महिला ने अपने बेटे का मांस घी और मसालों में भुना। 

एक समाचार पत्र के अनुसार, महिला का नाम गीता महनसरिया है। गीता और उनके पति के बीच विवाद होने के कारण पिछले कई सालों से वह एक-दूसरे के साथ नहीं रह रहे हैं। हालांकि, उनका बड़ा बेटा अर्जुन (25) अनिल (पिता) के संपर्क में था। बीते कुछ समय से बेटे और पिता के बीच कोई संपर्क नहीं हुआ था। अनिल बेटे अर्जुन के फोन पर कॉल कर रहा था, लेकिन उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही थी। इसलिए अनिल ने अर्जुन के लापता होने की शिकायत पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। 

शिकायत के बाद पुलिस ने बिधान नगर इलाके में दो मंजिला घर पर छापा मारा जहां अर्जुन और गीता रहते हैं। पुलिस को शक था इसलिए उन्होंने घर की तलाशी ली। उस समय, उन्हें एक आदमी की हड्डियों के आंशिक रूप से जले हुए अवशेष मिले। उस समय घर में गीता और उसका सबसे छोटा बेटा विदुर दोनों मौजूद थे। जिसके बाद दोनों को पूछताछ के लिए हिरासत लिए गया और फिर उन्होंने अपराध कबूल कर लिया। यह सुनकर पुलिस चौंक गई। 

गीता ने अपने बेटे का सिर पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी। जिसके बाद मानवी मांस की गंध न आये इसलिए उसने मांस को घी और मसालों में भून लिया। फिर उसने हड्डियों को एक तौलिया में लपेटा और उन्हें घर की छत पर फेक दिया था। 

पुलिस को आरोपी महिला के घर में एक बड़ी कड़ाई, जला हुआ मास, खून से लथपत पत्थर, हड्डी से लिपटा तौलिया और कुछ अन्य आपत्तिजनक सामान मिले। उस आधार पर गीता और विदुर को गिरफ्तार किया गया है। जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, तो कोर्ट ने मनोरोग जांच का आदेश दिया। इस बीच, पुलिस द्वारा प्राप्त सभी सबूतों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

इस घटना से गीता के पति और मृतक अर्जुन के पिता अनिल सदमे में हैं। उनके अनुसार, अर्जुन को हृदय संबंधी बीमारी थी। इसके अलावा, परिवार में कोई प्रतिकूल परिस्थितियां नहीं थीं। छोटा लड़का ऊटी में पढ़ता है। लड़की की शिक्षा, व्यवसाय सब ठीक चल रहा है। एक बड़ा घर, दो गाड़ियाँ और गहने भी हैं। ऐसी स्थिति में, गीता ने ऐसा जघन्य कृत्य क्यों किया होगा, अनिल का मन इससे काफी विचलित है।