PM मोदी ने गजरात में कई परियोजनाओं का किया उद्घाटन, कहा- नए भारत की पहचान में जुडी नई कड़ी

    Loading

    अहमदाबाद:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को गुजरात में 1,100 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का उद्घाटन कर उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में पुनर्विकसित गांधीनगर रेलवे स्टेशन (Gandhi Nagar Railway Station) के ऊपर बना एक नया पांच सितारा होटल, गुजरात साइंस सिटी (Gujarat Science City) में एक्वेटिक्स और रोबोटिक्स गैलरी तथा नेचर पार्क शामिल हैं। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा, “नए भारत की नई पहचान में नई कड़ी जुडी.”

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “नए भारत की नई पहचान में आज एक और नई कड़ी जुड़ रही है। आज देश का लक्ष्य कंक्रीट का ढांचा खड़ा करना नहीं है बल्कि देश में ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है जिसकी अपनी एक विशेषता है।”

    यह एशिया के शीर्ष एक्वैरियम में से एक

    गुजरात साइंस सिटी में एक्वेटिक्स एंड रोबोटिक्स गैलरी और नेचर पार्क  को लेकर पीएम ने कहा, “अक्सर अभिभावकों से रोबोट और जानवरों की मांग करते हैं। माता पिता ये सब कहां से लाएंगे। बच्चों को साइंस सिटी में इन्हें देखने का मौका मिलता है। साइंस सिटी में नेचर पार्क बना है। मेरा आग्रह है कि साइंस सिटी में बच्चे, छात्र आए। साइंस सिटी में स्कूलों के टूर हो.”

    उन्होंने कहा, “साइंस सिटी परियोजना मनोरंजन और रचनात्मकता का मिश्रण है। जलीय विज्ञान गैलरी और भी दिलचस्प है; न केवल देश का, बल्कि यह एशिया के शीर्ष एक्वैरियम में से एक है.” 

    आज रेलवे की पहचान बदलने लगी

    गुजरात में गांधी कैपिटल स्टेशन सहित वडनगर स्टेशन के उद्घाटन पर पीएम ने कहा, “आज गुजरात की रेल कनेक्टिविटी आधुनिक और ज्यादा सशक्त हुई है। 21वीं सदी के भारत की ज़रूरतों को 20वीं सदी के तरीकों से पूरा नहीं किया जा सकता इसलिए रेलवे में नए सुधार की ज़रूरत थी। हमने रेलवे को विकसित करने का काम किया। आज रेलवे की पहचान बदलने लगी है.”

    उन्होंने कहा, “आज भारतीय रेल में सुरक्षा, सुविधा, स्वच्छता और गति बढ़ी है। आने वाले दिनों में जैसे ही डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर शुरू हो जाएंगे उससे ट्रेनों की गति और बढ़ेगी। तेजस और वंदे भारत जैसी ट्रेनें तो ट्रेक पर चलने लगी है.”

    पीएम ने आगे कहा, “21वीं सदी के भारत की जरूरतों को 20वीं सदी के तरीकों से पूरा नहीं किया जा सकता है। इसलिए रेलवे को नए दृष्टिकोण के जरिए सुधारों की जरूरत थी। हमने रेलवे को न केवल एक सेवा के रूप में बल्कि एक संपत्ति के रूप में विकसित करने के लिए काम किया, जिसका परिणाम आज स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है.”

    गांधी नगर रेलवे स्टेशन के उद्घाटन करने के बाद नरेन्द्र मोदी ने कहा,”रेलवे का क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर विस्तार विकास के लिए महत्वपूर्ण है। नया गांधीनगर स्टेशन बुनियादी ढांचे के मामले में बदलाव को दर्शाता है। यह आधुनिक तकनीक के इष्टतम उपयोग का प्रमाण है, जिसके परिणामस्वरूप रोजगार के अवसर भी मिलते हैं.”

    वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल राज्यमंत्री दर्शना जरदोश और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हुए।

    इन परियोजनाओं का किया उद्घाटन 

    निचे स्टेशन ऊपर होटल 

    गांधीनगर स्टेशन पर बना पांच सितारा होटल 318 कमरों वाला है और 790 करोड़ रुपये की लागत से बना है। गांधीनगर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और उसके ऊपर पांच सितारा होटल का निर्माण जनवरी 2017 में शुरू हुआ था और प्रधानमंत्री मोदी ने इनकी आधारशिला रखी थी। होटल के ठीक सामने एक सम्मेलन केंद्र स्थापित किया गया है जिसका नाम महात्मा मंदिर है।

    यहां संगोष्ठियों और सम्मेलनों में हिस्सा लेने वाले राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय अतिथि इस होटल में ठहर सकते हैं।  अधिकारियों ने बताया कि गांधीनगर रेलवे स्टेशन देश का पहला ऐसा पुनर्विकसित स्टेशन है जहां सुविधाएं हवाई अड्डों जैसी हैं। स्टेशन पर दो ऐस्केलेटर, दो ऐलीवेटर और प्लेटफॉर्म को जोड़ने वाले दो भूमिगत पैदल पार पथ हैं।

    साइंस सिटी में तीन नये आकर्षणों का उद्घाटन

    प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद के साइंस सिटी में तीन नये आकर्षणों का उद्घाटन भी किया। इन आकर्षणों में एक एक्वेटिक गैलरी, एक रोबोटिक गैलरी और एक नेचर पार्क शामिल हैं। एक्वेटिक गैलरी का निर्माण 260 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है और यह देश का सबसे बड़ा एक्वेरियम है जबकि रोबोटिक गैलरी का निर्माण 127 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और इसमें 79 अलग-अलग प्रकार के 200 रोबोट रखे गए हैं। करीब 14 करोड़ रुपये की लागत से बना नेचर पार्क 20 एकड़ क्षेत्र में फैला है और उसमें जानवरों की मूर्तियां बनी हैं और अलग-अलग तरह के उद्यान भी हैं।

    वडनगर स्टेशन की नई बिल्डिंग का उद्घाटन 

    इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने गांधीनगर एवं वाराणसी के बीच एक नयी साप्ताहिक सुपरफास्ट ट्रेन, गांधीनगर एवं मेहसाणा के बीच एक मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन, 54 किलोमीटर लंबी विद्युतीकृत मेहसाना-वरेठा ब्रॉड गेज रेल लाइन और सुरेंद्रनगर एवं पिपावाव स्टेशन के बीच 266 किलोमीटर लंबा रेल खंड को भी राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने वडनगर रेलवे स्टेशन की नयी इमारत का भी उद्घाटन किया जिसका निर्माण 8.5 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है।