सरकार गिराने की साजिश का पता लगाने दिल्ली गयी पुलिस वापस लौटी, पुलिस करा सकती है फोरेंसिक जांच

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    ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची. सरकार गिराने की साजिश (Conspiracy) के मामले में रांची पुलिस की टीम (Ranchi Police Team) जांच पड़ताल (Investigation) कर दिल्ली (Delhi) से वापस लौट गयी है। पुलिस को दिल्ली के विवांता होटल से  सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) के अलावा रजिस्टर, आधार कार्ड (Aadhar Card) और अन्य दस्तवेज मिले है।

    सीसीटीवी फुटेज में साजिश में शामिल लोग 15 मिनट तक एकसाथ बैठकर बात करते दिखाई दे रहे है। अब एसआईटी इस सीसीटीवी फुटेज, होटल के रजिस्टर और अन्य साक्ष्यों के आधार पर क्या जांच रिपोर्ट देती है, उसका इंतजार है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच रांची पुलिस फोरेंसिक से करा सकती है। अगर, एसआईटी अपनी रिपोर्ट में तीनों विधायकों इरफान अंसारी, उमा शंकर अकेला और अमित यादव के नाम जांच रिपोर्ट दे देती है तो पुलिस उन्हें नोटिस भेजकर अपना पक्ष रखने का मौका दे सकती है।

    हालांकि सरकार गिराने की साजिश के बाद पुलिस ने जो उत्साह दिखाया था वह जांच अचानक धीमी पड़ गई। मामला उजागर होने के बाद जिस तेजी से रांची पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी, उसी तेजी से जांच की रफ़्तार  धीमी हुई है।  साजिश की जांच पड़ताल करने  खलारी डीएसपी अनिमेश नैथानी के नेतृत्व में एक टीम दिल्ली गई थी। दिल्ली गई एसआईटी वापस लौट आई है। अब सरकार के साथ साथ आम लोगों को एसआईटी की रिपोर्ट का इंतजार रहेगा।  इसी रिपोर्ट पर आगे की जांच होगी। 

    दिल्ली में एसआईटी ने होटल विवांता, जहां तीनों विधायकों के साथ रांची से गए तीन लोग जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है और महाराष्ट्र के दो नेता की बैठक हुई थी, वहां से मिले सीसीटीवी फुटेज को पुलिस खंगाल कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। दिल्ली के विवांता होटल से पुलिस को साजिश में जो जो सामग्री मिले है उसी आधार पर रांची के लीलैक होटल से एक मोबइल भी मिला है।  22 जुलाई को होटल लीलैक में पुलिस ने जब छापेमारी की थी, तब पुलिस को मुंबई से आए चार लोगों में से एक का मोबाइल भी मिला था।  भागने के क्रम में वह खिड़की पर छोड़ कर चला गया था।  पुलिस उक्त मोबाइल की भी जांच कर रही है कि उससे किन-किन लोगों को कॉल किया था।  इस मामले में चार एसआईटी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करने में जुटी है।

    रांची पुलिस की टीम जब्त मोबाइल की जांच कर रही है। उक्त मोबाइल से किन-किन लोगों को फोन किए गए हैं, इसका कॉल डिटेल्स रांची पुलिस खंगाल रही है।  एसआईटी की एक टीम साइबर डीएसपी यशोधरा के नेतृत्व में इस पर काम कर रही है। रांची पुलिस के वरिष्ट पदाधिकारियों से इस के बारे में  पूछे जाने पर फिलाल पुलिस ने कहा की यह एक अत्यंत गोपनीय मामला है जबतक जांच पूरी नहीं कर ली जाती तब तक इस मामले में बहुत खुलकर कुछ भी बताना ठीक नहीं रहेगा। पुलिस पदाधिकारियों ने यह भी कहा कि पुलिस सबकुछ उजागर करने ले लिए ही पूरी तन्मयता से जांच पड़ताल में जुटी है और जांच पूरी होने के पश्चात् सबकुछ सामने आ ही जाएगा।