तिनखोंग (असम). भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने सोमवार को कांग्रेस (Congress) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हाथी की तरह कांग्रेस के “दांत खाने के कुछ और तथा दिखाने के कुछ और हैं।” डिब्रूगढ़ जिले के तिनखोंग में चुनाव रैली को संबोधित करते हुए नड्डा ने कांग्रेस पर “अवसरवाद की राजनीति” करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी पार्टी सत्ता में आई तो असम (Assam) “अंधकार” की ओर बढ़ने लगेगा।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “कांग्रेस का एकमात्र लक्ष्य अवसरवाद की राजनीति करना है। वह केरल में मुस्लिम लीग के साथ मिलकर माकपा के खिलाफ चुनाव लड़ रही है लेकिन पश्चिम बंगाल तथा असम में उसने इसके साथ हाथ मिला रखा है।” उन्होंने कहा, “हाथी के दांतों की तरह, कांग्रेस के दांत भी दिखाने के कुछ और तथा खाने के कुछ और हैं। वह हमेशा कहती कुछ है लेकिन करती उसके विपरीत है…वह समाज को बांट रही है।”
नड्डा ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा के चाय बागान जाने और पत्तियां तोड़ने पर तंज कसते हुए कहा, “उन्होंने चाय की पत्तियां तोड़ीं। लेकिन जहां तक मुझे पता है, चाय की पत्तियां अप्रैल के बाद ही तोड़ी जाती हैं। फिर, यह फोटो शूट क्यों किया गया? कांग्रेस लोगों को धोखा दे रही है।”
भाजपा प्रमुख ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि विपक्षी दल के सत्ता में आने का “अर्थ अंधेरे दिनों की शुरुआत” है जबकि भाजपा का मतलब विकास है। उन्होंने कहा, “यदि आप अंधेरा चाहते हैं तो कांग्रेस के साथ चले जाएं। लेकिन यदि आप विकास चाहते हैं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हाथ थाम लें।”
नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से ही असम तथा पूर्वोत्तर की उपेक्षा की और इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, ”कांग्रेस के दोहरे मापदंड के चलते विकास के पहिये पूरी तरह रुक गए थे। उसने असम की सभ्यता पर हमला किया और राज्य की संस्कृति को दरकिनार कर दिया। लेकिन भाजपा विकास लेकर आई और असम की संस्कृति तथा भाषा की रक्षा की।” नड्डा ने दावा किया कि विपक्षी दल ने असम के लोगों की सुरक्षा को कोई महत्व नहीं दिया और 50 साल तक बोडो समस्या को भी हल नहीं किया। उन्होंने कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने कभी बदरुद्दीन अजमल की पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया लेकिन उनके बेटे ने एआईयूडीएफ के लिए बांहें फैला दीं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, “यही अवसरवाद है। आप असमिया संस्कृति की रक्षा कैसे करेंगे? अजमल से हाथ मिलाकर?” नड्डा ने कांग्रेस पर विकास परियोजनाओं को “लटकाना”, “अटकाना” और लोगों को “भटकाना” के आरोप लगाए और कहा कि असम में भाजा की सरकार बनने के बाद इन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह असम से दस वर्षों तक राज्यसभा सदस्य रहे लेकिन राज्य के विकास के लिए उन्होंने “कुछ नहीं किया।” असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होना है। पहले चरण में 27 मार्च, दूसरे चरण में एक अप्रैल और तीसरे चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा। (एजेंसी)