20 करोड़ की एमडी ड्रग्स के मुख्य सूत्रधार समेत 14 गिरफ्तार

  • पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की बड़ी कामयाबी
  • रांजणगांव की बंद फैक्टरी में 132 किलो ड्रग्स बनाने का खुलासा, फैक्टरी सील

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पिंपरी. बॉलीवुड का ड्रग्स कनेक्शन (Drugs connection) पूरे देशभर में चर्चा का विषय बने रहने के दौरान 7 अक्टूबर को पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच के नारकोटिक्स विंग द्वारा खेड़ तालुका में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 20 करोड़ रुपए की 20 किलो मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्ज  बरामद की थी. इस मामले की छानबीन के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है. पुणे जिले के रांजणगांव स्थित एक बंद फैक्टरी में 132 किलो एमडी ड्रग्स तैयार किये जाने की जानकारी सामने आयी है. इस मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की गैंग से जुड़े मुख्य सूत्रधार समेत 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. 

20 करोड़ की ड्रग्स, 85 लाख नकद और 75 लाख की प्रॉपर्टी जब्त

मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पुलिस आयुक्त कृष्णप्रकाश ने इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से 20 करोड़ रुपए की 20 किलो एमडी ड्रग्स, ड्रग्स की बिक्री से मिले 85 लाख रुपए नकद, अन्य पैसों से खरीदी गई 75 लाख रुपए की प्रॉपर्टी कुल 20 करोड़ 90 लाख 23 हजार 100 रुपए का माल बरामद किया गया है. रांजणगांव की जिस फैक्टरी में ड्रग्स बनाई गई उस फैक्टरी और मशीनरी को सील कर दिया गया है. इसके अलावा सभी आरोपियों के बैंक एकाउंट सीज कर दिए गए हैं. मुख्य सूत्रधार को दबोचने के लिए पुलिस टीम करीबन 7 दिन तक मुंबई में डेरा जमाए हुए थी. उनके देश छोड़कर भागने की संभावना को ध्यान में लेकर सहारा एयरपोर्ट पर भी एक टीम नजरें गड़ाए हुए थी. पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने जांच टीम के लिए पुरस्कार की घोषणा करते हुए इस कामयाबी के लिए उन्हें बधाई दी है.

जांच में जुटे थे क्राइम ब्रांच के 6 दस्ते 

पुलिस आयुक्त ने बताया कि क्राइम ब्रांच के नारकोटिक्स विंग ने 7 अक्टूबर को चाकण पुलिस थाने की सीमा में 20 करोड़ रुपए मूल्य की 20 किलो एमडी ड्रग्स बरामद की थी. इस मामले में चेतन फक्कड दंडवते (28, निवासी मलठण-आंब्रेबस्ती, शिरुर, पुणे), आनंदगीर मधुगिर गोसावी (25, मूल निवास, जलगांव फिलहाल अकोले, शिरुर, पुणे), अक्षय शिवाजी काले (25, निवासी पाचर्णे मला, शिरुर, पुणे), संजीव कुमार बन्सी राऊत (44, निवासी झारखंड, फिलहाल उत्तर प्रदेश), तौसिफ हसन मोहम्मद तस्लीम (31, निवासी मुजफ्फरनगर, फिलहाल नोएडा) में सबसे पहले गिरफ्तार किए गये थे. बाद में किरण राजगुरू, अशोक संकपाल, किरण काले को गिरफ्तार करने के बाद मुख्य सूत्रधार तुषार सूर्यकांत काले (निवासी बोरीवली, मुंबई) और राकेश श्रीकांत खानिवडेकर उर्फ रॉकी (निवासी वसई) के साथ झुबी इफनेयी उडोको नामक एक नायजेरियन को पकड़ा गया. इस मामले की व्यापकता को ध्यान में लेकर पुलिस उपायुक्त सुधीर हिरेमठ के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत, पुलिस निरीक्षक श्रीराम पौल, सहायक निरीक्षक राम गोमारे, अंबरीश देशमुख, प्रशांत महाले और उपनिरीक्षक गिरीश चामले के समावेश वाले छह दस्ते गठित किये गए.

ऐसे पकड़े गए मुख्य सूत्रधार

इन दस्तों ने छानबीन की शुरुआत करते हुए किरण राजगुरू, अशोक संकपाल, किरण काले को गिरफ्तार किया. उनसे पता चला कि बरामद की गई एमडी ड्रग रांजणगांव की संयोग बायोटेक प्राईवेट लिमिटेड नामक कंपनी में बनाई. इस कंपनी और मशीनरी को सील किया गया. जांच में इस पूरे रैकेट का मुख्य सूत्रधार तुषार सूर्यकांत काले (निवासी बोरीवली, मुंबई) और राकेश श्रीकांत खानिवडेकर उर्फ रॉकी (निवासी वसई) रहने की बात सामने आई. उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस की छह टीमें कांदिवली, मुंबई, वसई, पालघर, नासिक, नवी मुंबई, कर्जत और सहारा एयरपोर्ट पर सात दिन तक डेरा जमाए हुए थी. इन दोनों आरोपियों की तलाश नारकोटिक्स विभाग (एनसीबी) की टीम भी कर रही थी. मगर उससे पहले पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने दोनों को धरदबोचा. उनके साथ झुबी इफनेयी उडोको नामक एक नायजेरियन भी पुलिस के हाथ लग गया जोकि ड्रग्स के मामले में कोल्हापुर की जेल से 10 साल की सजा भोग कर आया है. उसके वीजा में भी छेड़छाड़ नजर आयी है उसकी भी जांच शुरू है. 

एक किलो ड्रग्स तैयार करने के लिए 60 हजार ख़र्च

इस मामले में सबसे पहले गिरफ्तार किए गए अक्षय काले, चेतन दंडवते, आनंदगीर गोसावी ने दिसंबर 2019 में तुषार काले, किरण राजगुरू, कुलदीप इंदलकर, ऋषिकेश मिश्रा, जुबेर मुल्ला की मदद से रांजणगांव एमआईडीसी स्थित संयोग बायोटेक लिमिटेड नामक बंद फैक्टरी में 132 किलो एमडी ड्रग्ज बनाई थी. इसमें से 112 किलो ड्रग्ज को तुषार काले बिक्री कर दी थी. बची हुई 20 किलो ड्रग्ज अक्षय काले के घर पर रखी थी. उसे बेचने के लिए जाते वक्त पुलिस ने चाकण-शिक्रापुर रोड पर पकड़ लिया. किरण काले रांजणगांव एमआईडीसी की एक दूसरी कंपनी का निदेशक है. उसी ने ड्रग्ज बनाने के लिए बंद कंपनी उपलब्ध कराई थी. एक किलो ड्रग बनाने के लिए 60 हजार रुपए दर तय किया गया था. तुषार काले ने इसके लिए 67 लाख रुपये दिए थे. इसमें बड़ी आर्थिक डील होने से सभी आरोपियों के बैंक एकाउंट फ्रिज किये गए हैं.

छोटा राजन गैंग से जुड़ा है सूत्रधार

तुषार सूर्यकांत काले शातिर अपराधी है उसके खिलाफ हत्या, फिरौती, लूटपाट और आर्म्स एक्ट के 8 मामले दर्ज हैं. वह कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की गैंग से संबंधित है. उसने 112 किलो एमडी ड्रग्स नायगांव वसई में रहनेवाले जुबी उकोडो को बेची थी. इसमें राकेश खानिवडेकर ने तुषार की मदद की थी. राकेश एमडी ड्रग्ज रैकेट का प्रमुख सूत्रधार है उसे डीआरआई के अधिकारियों ने इससे पहले पालघर में ड्रग्स बनाने के मामले में गिरफ्तार किया था. तुषार और राकेश के पास से ड्रग्स बिक्री से मिले 85 लाख रुपए नकद और काले द्वारा पालसाई, वाडा, पालघर में 75 लाख रुपये में खरीदी गई दो एकड़ जमीन के कागजात जब्त किए गए हैं. इस जमीन पर वह अपनी फैक्टरी शुरू करने वाला था, यह भी जांच सामने आया है. 

जांच में जुटे दस्तों के लिए इनाम की घोषणा

इस पूरी कार्रवाई को क्राइम ब्रांच के नशीले पदार्थ विरोधी दस्ते के पुलिस निरीक्षक श्रीराम पौल, युनिट 5 के पुलिस निरीक्षक बालकृष्ण सावंत, सहायक निरीक्षक राम गोमारे, अंबरीश देशमुख, प्रशांत महाले, उपनिरीक्षक गिरीश चामले, कालूराम लांडगे, पुलिस कर्मचारी शाकीर जिनेडी, राजन महाडिक, राजेंद्र बांबले, प्रदीप शेलार, शकूर तांबोली, मयूर वाडकर, स्वामिनाथ जाधव, धनराज किरनाले, दत्तात्रय बनसुडे, दिनकर भुजबल, फारूक मुल्ला, गणेश मालुसरे, संतोष दिघे, संदीप पाटील, संदीप ठाकरे, प्रसाद कलाटे, श्यामसुंदर गुट्टे, शैलेश मगर, नितन बहिरट, प्रसाद जंगीलवाड, सावन राठोड, ज्ञानेश्वर गाडेकर, राजकुमार इघारे, अशोक गारगोटे, अजित कुटे, प्रवीण कांबले, दयानंद खेडकर, दादा धस, गोपाल ब्रह्मांदे, धनंजय भोसले, भरत माने, प्रदीप गुट्टे, पांडुरंग फुंडे, अनिता यादव के समावेश वाली टीमों ने अंजाम दिया है. पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने सभी के लिए पुरस्कार की घोषणा करते हुए इस कामयाबी के लिए उन्हें बधाई दी है.