झोपड़पट्टी में रहने वाले 2032 परिवारों को मिलेंगे ऊंची इमारतों में घर

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पिंपरी. पुणे-मुंबई हाइवे (Pune-Mumbai Highway) पर पिंपरी चिंचवड़ मनपा (Pimpri Chinchwad Municipal Corporation) और आलीशान हाउसिंग सोसाइटियों से सटी गांधीनगर झोपड़पट्टी (Gandhinagar Slum) के 2032 झुग्गीधारकों (Slum holders) को पक्के घर मिलने जा रहे हैं। पिंपरी स्थित गांधीनगर झोपड़पट्टी के पुनर्वसन के लिए करीबन 508 करोड़ इसके तहत झुग्गीधारकों को 300 वर्ग फीट के फ्लैट (flat) उपलब्ध कराए जाएंगे। इस पुनर्वसन योजना में 11 मंजिल की 5 बिल्डिंगों का निर्माण किया जाएगा।

हालिया सर्वदलीय नेताओं की बैठक में इस परियोजना का प्रस्तुतिकरण दिया गया। इसके अनुसार गांधीनगर के 2032 झुग्गीधारकों को 300 वर्ग फीट क्षेत्र के फ्लैट देने के साथ ही 450 से 600 वर्ग फ़ीट 476 फ्लैट और 344 कमर्शियल दुकानों का निर्माण किया जाएगा, जिनकी खुले बाजार में बिक्री की जाएगी। गूगल मैप और प्लॉट के क्षेत्रफल के अनुसार यहां 2032 झोपड़ियां हैं। पिंपरी चिंचवड़ मनपा ने इस झोपड़पट्टी के पुनर्वास की योजना बनाई है। इसके लिए 27 मई को एम.एम. प्रोजेक्ट कंसल्टेंट प्रा. लि. कंपनी को इस परियोजना का सलाहकार नियुक्त किया गया है।

हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स कंपनी (Hindustan Antibiotics Company) के शुरू होने के बाद शहर में औद्योगिकरण बढ़ने लगा। रोजी रोटी के लिए महाराष्ट्र व दूसरे राज्यों से लोग यहां आने लगे। वे जहां भी जगह मिली, झोपड़ियों का निर्माण करने लगे। इस प्रकार निजी व मनपा की जमीन पर गांधीनगर बस गया और उसका विस्तार भी होता गया। 1972 में पड़े सूखे के दौरान झोपड़ियों की संख्या बढ़ गई। मराठवाड़ा के अधिकांश मजदूर यहां आकर बस गए। पिछले 50 वर्षों में उनकी दो पीढ़ियां इन्ही झोपड़ियों में पलीं-बढ़ीं, अब उनकी यहां तीसरी पीढ़ी रहती है।

मशाल संस्था ने किया था सर्वे

2002 में ‘मशाल’ संस्था के जरिए इस झोपड़पट्टी का सर्वेक्षण किया गया। उस समय 1450 झोपड़ियां थीं। आज 62 हजार 714 स्क्वेयर मीटर के क्षेत्र में फैले गांधीनगर में गूगल मैप और प्लॉट एरिया के अनुसार यहां 2032 झोपड़ियां हैं। गांधीनगर झोपड़पट्टी से सटकर महिंद्रा हाउसिंग सोसायटी 

(Mahindra Housing Society) के ऊंचे टावर खड़े हैं। इसके आसपास स्टार होटल, मनपा मुख्यालय, पिंपरी ट्रैफिक पुलिस कार्यालय, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा ज्योतिराव फुले और सावित्रीबाई फुले स्मारक हैं। पीएमपीएमएल का पिंपरी बस स्टैंड भी यहीं पास में है। पिंपरी रेलवे स्टेशन और आने वाले दिनों में बनने वाला मेट्रो स्टेशन चंद दूरी पर है।

मनपा ने बनाई झोपड़पट्टी पुनर्वास योजना

पिंपरी-चिंचवड मनपा (Pimpri Chinchwad Municipal Corporation)  ने इस झोपड़पट्टी के पुनर्वास की योजना बनाई है। इसके लिए 27 मई को एम.एम. प्रोजेक्ट कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड को सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है। इस कंपनी ने हाल ही में मनपा के पदाधिकारियों व अधिकारियों को ‘ड्राफ्ट कॉन्सेप्ट रिपोर्ट’ और कॉन्सेप्ट प्लान पेश किया। महापौर ऊषा ढोरे की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभागृह नेता नामदेव ढाके, शिवसेना गुटनेता राहुल कलाटे, मनसे के सचिन चिखले, कैलाश बारणे, कार्यकारी अभियंता शिरीष पोरेड्डी आदि उपस्थित थे। यह परियोजना झोपड़पट्टी पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) के नियमों के अनुसार कार्यान्वित किया जाएगा।

11 मंजिली 5 इमारतों का होगा निर्माण

11 मंजिली 5 बिल्डिंगों में यहां के निवासियों का पुनर्वास किया जाएगा। उन्हें 300-300 स्क्वेयर फीट के फ्लैट दिए जाएंगे। इसके लिए स्क्वेयर फीट 3360 रुपये कंस्ट्रक्शन दर मानी गई है। पुनर्वास प्रोजेक्ट की बिल्डिंग की ऊंचाई 40 मीटर तथा बिक्री योग्य फ्लैट्स की बिल्डिंगों की ऊंचाई 70 मीटर तय की गई है। 20 मंजिली ऊंची बिल्डिंग में 476 फ्लैट और 344 कमर्शियल दुकानें बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। वर्क ऑर्डर देने के बाद बिल्डर को 5 साल के भीतर यह हाउसिंग प्रोजेक्ट पूरा करना होगा।