पिंपरी चिंचवड़ मनपा में 300 करोड़ का ‘स्मार्ट’ घोटाला !

  • शिवसेना ने लगाया आरोप
  • नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने दिए जांच के आदेश

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पिंपरी. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल पिंपरी चिंचवड़ मनपा की पिंपरी चिंचवड़ स्मार्ट सिटी लि. की टेंडर प्रक्रिया में करीबन 300 करोड़ रुपए का घोटाला किये जाने का गंभीर आरोप शिवसेना की ओर से लगाया गया है.

इस बारे में शिवसेना के शहरप्रमुख योगेश बाबर ने सूचना अधिकार के तहत जानकारी हासिल कर राज्य के नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे से मिलकर प्रमाण सहित शिकायत की है. इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि स्मार्ट सिटी के करीबन 520 करोड़ रुपए की परियोजनाओं में 300 करोड़ रुपए का घोटाला किये जाने का आरोप लगाया है.

टेंडर प्रक्रिया रद्द करने की मांग

उन्होंने मांग की है कि स्मार्ट सिटी की 520 करोड़ रुपए की टेंडर प्रक्रिया को रद्द कर उसमें हुए घोटाले की जांच कर दोषियों के खिलाफ फौजदारी कार्रवाई की जाय.इस पर नगरविकास मंत्री शिंदे ने प्रधान सचिव को इस मामले में जांच कर रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं. योगेश बाबर ने बीती शाम एक संवाददाता सम्मेलन में यह आरोप भी लगाया कि उपरोक्त घोटाले में पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सत्तादल भाजपा के पदाधिकारी,  दोनों विधायक, स्मार्ट सिटी कंपनी के निदेशक मंडल के साथ मनपा आयुक्त श्रावण हर्डीकर भी सहभागी हैं.

इस मौके पर पूर्व विधायक गौतम चाबूकस्वार, शिवसेना के जिला प्रमुख गजानन बाबर, शहर महिला संगठक उर्मिला कालभोर उपस्थित थीं. उन्होंने बताया कि, स्मार्ट सिटी के तहत सिस्टम इन्टीग्रेटर के 520 करोड़ रुपए का टेंडे तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में मंजूर किया गया. इसका ठेका जिन तीन कंपनियों में से एक कंपनी क्रिस्टल इंटिग्रेटे़ड सर्विसेज प्रा.लि. यह फडणवीस के निकटवर्तीय विधायक प्रसाद लाड की कंपनी है. इस काम के लिए जरूरी तकनीकी कौशल और अनुभव इस कंपनी के पास नहीं है इसके बावजूद यह ठेका उस कंपनी को सौंपा गया. इस पर सवाल उठाते हुए बाबर ने आरोप लगाया कि, मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर भाजपा के फेवर करनेवाले हैं. वे पिंपरी चिंचवड स्मार्ट सिटी कंपनी के नहीं बल्कि 300 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) हैं.