- आम्बील ओढ़ा की मरम्मत का प्रस्ताव
- स्थायी समिति के समक्ष
- 21 कल्वर्ट का करना है निर्माण
पुणे. वर्ष 2019 की सितंबर में रात की सिर्फ 3 घंटे की बारिश ने पुणे शहर (Pune City) को डुबो दिया था। नालों पर अतिक्रमण (Encroachment) के कारण बारिश (Rain)का पानी निकल ही नहीं पा रहा था। जिससे पानी सड़कों और सोसाइटियों में जा घुसा था। इसको लेकर पुणे महानगरपालिका (PMC) गंभीर हुई और अतिक्रमण हटाकर आंबिल ओढा की वहन क्षमता को सही करने के लिए महानगरपालिका प्रशासन की ओर से 325 प्रारूप तैयार किए गए थे। उसके तहत कल्वर्ट का निर्माण करना है।
आंबिल ओढ़ा और सिंहगढ़ रोड़ परिसर में 21 कल्वर्ट का निर्माण करना है। उसके लिए पुणे महानगरपालिका को 43 करोड़ की लागत आएगी। इससे सम्बंधित प्रस्ताव प्रशासन द्वारा मंजूरी के लिए स्थायी समिति के समक्ष रखा गया है।
बजट में पर्याप्त प्रावधान नहीं
इस मामले की रिपोर्ट तैयार करने का जिम्मा प्रायमुव इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड को सौपा गया था। उनकी रिपोर्ट में अंबिल ओढ़ा और सिंहगढ़ सड़कों पर 21 स्थानों पर पुलियों का निर्माण और इसे दुरुस्त करने की जरूरत पर जोर दिया गया है। तदनुसार 43 करोड़ का इस्टीमेट बनाया गया था। बाद में निविदाओं को संदर्भ संख्या 4 के अनुसार विज्ञापन देकर बुलाया गया था, लेकिन 5 में से केवल 2 पैकेज पर्याप्त थे। हालांकि, काम बहुत जरूरी था, इसलिए टेंडर को प्रतिसाद न मिलने के कारण, सभी निविदाएं रद्द कर दी गईं थी। उसके बाद कोरोना के कारण, मनपा का वित्तीय पक्ष कमजोर हो गया और फिर से निविदा निकाली गई। इस कार्य के लिए वर्ष 2020/21 के बजट में केवल 10.66 करोड़ रुपए उपलब्ध हैं।
प्रस्ताव पर समिति की आगामी बैठक में चर्चा
शेष प्रावधानों के लिए, आयुक्त ने धारा 72 बी के तहत कार्रवाई करने के लिय आदेश दिया है। 5 या एक निविदा जारी किए बिना दो निविदाओं को जारी किया गया क्योंकि काम बहुत जरूरी है। पिछले साल की तरह इस साल भी जमकर बारिश हुई थी। हालांकि, मनपा द्वारा उठाए गए विभिन्न उपायों के कारण, कोई भी नुकसान नहीं हुआ। अगर भविष्य में भारी बारिश होती है, तो 2019 में एक जैसी गंभीर स्थिति की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए इसलिए 72 ब का सहारा लिया गया है। इस प्रस्ताव पर अब समिति की आगामी बैठक में चर्चा होगी।