प्लाज्मा से 5 हजार को जीवनदान

  • पश्चिम महाराष्ट्र में प्लाज्मा दान आंदोलन को अच्छा प्रतिसाद

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पुणे. कोरोना संकट के दौरान संक्रमितों की जान बचाने में कोरोना से मुक्त हुए पेशेंटों ने भी अहम भूमिका निभाई है. पिछले कुछ समय से पुणे के साथ पश्चिम महाराष्ट्र में प्लाज्मा संकलन ने साढ़े पांच हजार का चरण पार किया है. इन प्लाज्मा की मदद से पांच हजार से अधिक पेशेंटों की जान बचाई गई है. अंग दान के जैसे ही कोरोना संकट में प्लाज्मा दान आंदोलन को नागरिकों ने अच्छा रिस्पांस दिया है. जिससे कई पेशेंटों की जान बचाने में सफलता मिलने का मेडिकल विशेषज्ञों का निरीक्षण है.

पुणे विभाग के पुणे, सातारा, सांगली, सोलापुर और कोल्हापुर जिलों में 42 ब्लड बैंकों में साढ़े पांच हजार बैग प्लाज्मा संकलन हुआ. उसमें पांच हजार से अधिक संक्रमितों को प्लाज्मा दिया गया. फिलहाल 333 प्लाज्मा बैग शेष होने की जानकारी फूड एंड ड्रग एथोरिटी (एफडीए) के पुणे विभाग की ओर से दी गई. प्लाज्मा थेरपी पर शुरुआत में संदेह जताया गया. लेकिन पेशेंटों का फायदा होने से प्लाज्मा संकलन और वितरण में वृद्धि हो गई है.

पुणे विभाग में 4937 बैग का संकलन

पुणे विभाग के अंतर्गत पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ की 21 ब्लड बैंकों में अब तक चार हजार 937 बैग प्लाज्मा संकलित किया गया है. उसमें से चार हजार 645 प्लाज्मा का वितरण किया गया है. दोनों शहरों की ब्लड बैंकों में फिलहाल 275 प्लाज्मा बैग शेष हैं. पिंपरी के वाईसीएम हॉस्पिटल की ब्लड बैंक प्लाज्मा संकलन ओर वितरण में आगे है. इस ब्लड बैंक ने 200 मिलीमीटर की 1394 प्लाज्मा बैग का संकलन किया है. अब तक 1367 पेशेंटों को प्लाज्मा दिया है.

पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है प्लाज्मा

एफडीए के पुणे विभाग के सहायक आयुक्त दिनेश खिंवसरा ने कहा कि पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ में 21 ब्लड बैंकों द्वारा प्लाज्मा संकलन और वितरण का कार्य किया जाता है. मांग की तुलना में पर्याप्त मात्रा में प्लाज्मा उपलब्ध है. कुछ चुनिंदा ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा के लिए ब्लड बैंकों से जानकारी पूछनी पड़ती है.