राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने लिया पुणे जिले का जायजा

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– कोरोना की पृष्ठभूमि पर अधिकारियों को दिए उचित निर्देश

पुणे. राज्य के राजस्व विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन करीर ने बुधवार को पुणे जिले की स्थिति का जायजा लिया. इस बैठक में उन्होंने पुणे शहर के कन्टेनमेंट जोन में चल रहे विभिन्न उपाय योजनाओं की जानकारी ली. कोरोना का संक्रमण ज्यादा ना बढ़ें इसके लिए लॉकडाउन पर कड़ाई से अमल करने के संदर्भ में उन्होंने निर्देश दिए. साथ में स्वास्थ्य संरक्षण, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और आवश्यकता के हिसाब से क्वारंटाइन पर जोर देते हुए प्रतिबंधक आदेशों का कड़ाई से पालन करें, ऐसे निर्देश उन्होंने दिए.

इस जायजा बैठक में विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर, पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम, जिलाधिकारी नवल किशोर राम, पुणे महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड, पिंपरी-चिंचवड महापालिका आयुक्त श्रावण हर्डीकर, शक्कर आयुक्त सौरभ राव, पशुसंवर्धन आयुक्त सचिंद्र प्रताप सिंग, भूजल सर्वेक्षण संचालक कौस्तुभ दिवेगांवकर, अतिरिक्त आयुक्त रुबल अग्रवाल,  अतिरिक्त आयुक्त शंतनू गोयल, निवासी उपजिलाधिकारी डॉ. जयश्री कटारे, स्वास्थ्य विभाग प्रमुख डॉ. रामचंद्र हंकारे समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे.

कोविड-19 के मरीजों का हमें और ज्यादा ख्याल रखना होगा

अतिरिक्त मुख्य सचिव करीर ने कहा कि बारिश का मौसम शुरू हो चुका है. इस मौसम में बीमारियां बढ़ने की संभावना होती है. ऐसे में विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त तथा कोविड-19 के मरीजों का हमें और ज्यादा ख्याल रखना होगा. महानगरपालिका और सरकार के सभी हॉस्पिटल्स कोविड-19 के लिए आरक्षित किए गए है. ऐसे में अगर बाकी बीमारियां बढ़ती है तो इसमें हॉस्पिटल्स की जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में अस्पतालों को पूरी तरह से सुसज्जीत रखा जाए.

स्वैब जांच क्षमता बढ़ानी होगी

उन्होंने कहा कि इस समय हमें ज्यादा से ज्यादा स्वैब जांच क्षमता बढ़ानी होगी. दिन-ब-दिन बढ़ने वाली कोविड-19 मरीजों की संख्या, वॉर्ड के हिसाब से मरीजों की संख्या, सुलभ नियोजन के लिए माइक्रो कन्टेन्मेंट जोन, संस्थात्मक क्वारंटाइन क्षमता पर विशेष ध्यान दिया जाए. इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य जांच और स्कूल शुरू करने से पहले स्कूलों के सैनिटाइजेशन और छात्रों के लिए विशेष देखभाल करने का प्रबंध किया जाए.

नये हॉटस्पॉट पर भी नजर रखी जा रही

बैठक में बोलते हुए विभागीय आयुक्त डॉ. दीपक म्हैसेकर ने कहा कि पुणे शहर समेत विभाग के पांचों जिलों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के प्रतिबंधित क्षेत्रों की मरीजों की संख्या को नियंत्रण में रखने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है. इसके अलावा नये हॉटस्पॉट पर भी नजर रखी जा रही है. दूसरे राज्य और दूसरे जिलों से आने वाले लोगों समेत कन्टेन्मेंट जोन के वरिष्ठ नागरिक तथा विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त मरीजों की जानकारी संकलित की जा रही है. अगर किसी में भी कोरोना के लक्षण दिखाए देते है तो फौरन ही उस पर उचिता इलाज किया जाता है.

वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान

जिलाधिकारी नवलकिशोर राम ने कहा कि कोरोना के प्रतिबंध के लिए सभी मोर्चों पर जमकर प्रयास किए जा रहे है. बारिश के समयावधि में संक्रमण के साथ-साथ बाकी बीमारियों की ओर भी अनदेखी ना हों, इस दृष्टि से प्रयास किए जा रहे है. झुग्गियों तथा प्रतिबंधित क्षेत्रों के वरिष्ठ नागरिकों की स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड एवं आयुक्त श्रावण हर्डीकर ने शहरों में कोरोना के नियंत्रण के लिए महापालिका की ओर से किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी दी. अतिरिक्त आयुक्त रुबल अग्रवाल ने कोरोना के संदर्भ में प्रेजेंटेशन देते हुए विस्तार से जानकारी दी.