pawana dam
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    पिंपरी. पिंपरी-चिंचवड़ (Pimpri-Chinchwad) समेत समस्त मावल तालुका (Maval Taluka) की प्यास बुझानेवाले पवना बांध (Pavana Dam) में फिलहाल 52.46 फीसदी जल संचय बचा है। यह जल संचय जुलाई यानी आनेवाले चार माह के लिए पर्याप्त साबित होगा। हालांकि उपलब्ध जल संचय गत साल के जल संचय की तुलना में 3.36 फीसदी से कम है। गत वर्ष इस माह तक का जल संचय 58.82 फीसदी था, यह जानकारी पवना बांध के प्रभारी शाखा अधिकारी एम. आर. ननावरे (M. R. Nanavare) ने दी है। 

    पिंपरी-चिंचवड़ शहर में फिलहाल एक दिन छोड़कर जलापूर्ति की जा रही है। इसके लिए पवना बांध से 500 से 510 एमएलडी पानी लिया जा रहा है। गत कुछ दिनों से लगातार जलापूर्ति संबन्धी शिकायतें बढ़ रही हैं। शहर के कुछ हिस्सों में अपर्याप्त और कम दबाव वाले पानी की आपूर्ति की शिकायतें हैं। वहीं, मनपा में शामिल नए गांवों की आवासीय परियोजनाएं पानी की समस्या का सामना कर रही हैं। कुछ जगहों पर फ्लैटों की तुलना में पानी की आपूर्ति आधे से भी कम है। इसलिए कुछ सोसाइटियों में उन्हें टैंकर से पानी मंगवाना पड़ता है क्योंकि पानी की आपूर्ति खपत के लिए अपर्याप्त है।

    गत साल की तुलना में 3% से घटा संचय

    पावना डैम के क्षेत्र में 1 जून 2020 से 29 मार्च 2021 तक 1,889 मिमी बारिश हुई। पिछले साल, 1 जून 2019 को 4057 मिमी बारिश हुई थी। पवना बांध पिछले साल 26 सितंबर, 2020 को भरा गया था, जबकि 4 सितंबर, 2019 को बांध 100 प्रतिशत भरा हुआ था। बांध में वर्तमान में 162.43 मिलियन घन मीटर की उपयोगी जल भंडारण क्षमता है। यह 52.46 फीसदी है। पिछले साल इस अवधि के दौरान बांध क्षेत्र में 134.53 मिलियन क्यूबिक मीटर की भंडारण क्षमता थी, जो 55.82 फीसदी था। इसका मतलब यह है कि बांध क्षेत्र में पिछले साल की तुलना में इस वर्ष 3.36 प्रतिशत कम जल संग्रहण है।