पुणे. पुणे पुलिस (Pune Police) की क्राइम ब्रांच के यूनिट-6 (Crime Branch Unit-6) की टीम ने सेंधमारी की वारदातों को अंजाम देनेवाली एक गैंग (Gang) पर शिकंजा कसने में सफलता प्राप्त की है। इसका एक सदस्य कैंटीन (Canteen) में बावर्ची का काम करने के साथ टिफिन पहुंचाने का काम करता था और उसकी आड़ में वह बन्द घरों की रेकी करता और बाद में अपने साथियों के साथ मिलकर उन घरों में सेंधमारी करता था। इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनसे पौने सात लाख रुपए का माल बरामद किया गया है।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में आकाश अशोक उमाप, जयसिंह कालुसिंह जुन्नी उर्फ पिलु, सोमनाथ उर्फ सोम्या गारूले का समावेश है। उनसे 13 सेंधमारी, 1 वाहनचोरी, 1 डकैती कुल मिलाकर 15 आपराधिक मामले उजागर हुए हैं। साथ ही 77 ग्राम सोने के गहने, 1 किलो चांदी के वस्तु व गहने, दो टू व्हीलर, 1 टीवी व 46 हजार रुपये कुल मिलाकर 6 लाख 70 हजार रुपये का माल बरामद किया है।
विकासनगर इलाके में किया अरेस्ट
क्राइम ब्रांच यूनिट-6 के पुलिस अमलदार नितीन मिंढे को हडपसर में आरोपियों के आने की सूचना मिली। इसके अनुसार पुलिस ने वानवडी के विकासनगर इलाके में जाल बिछाकर आकाश उमाप को पकड़ा। उससे जब पूछताछ की तो उसने बताया कि मैं खुद बावर्ची हूँ और डिब्बा पहुंचाने का काम करता हूँ। आपको मेरे बारे में जो जानकारी मिली है वो झूठी है। ऐसा कहकर उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने सख्त पूछताछ की तो उसने सब कुछ कबूल लिया। उमाप वानवडी इलाके में एक मेस में खाना बनाने का काम करता है। काम की आड़ में पुणे के विविध इलाको में बंद घरों की रेकी करता था। अपने साथियों को इसकी जानकारी देकर उनके साथ सेंधमारी की वारदातों को अंजाम देता।