Osho International Meditation Resort

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    पुणे. कोरेगांव पार्क (Koregaon Park) के प्रसिद्ध ओशो आश्रम (Osho Ashram) में करोड़ों रुपये की हेराफेरी की जा रही है, इस बारे में पुलिस एफआईआर (Police FIR) दर्ज नहीं करने की शिकायत ओशो फ्रेंड्स फाऊंडेशन ने की है। ओशो आश्रम की प्रशासकीय संस्था ओशो इंटरनैशनल फाउंडेशन (Osho International Foundation) है।

    यह संगठन महाराष्ट्र पब्लिक ट्रस्ट (Maharashtra Public Trust) के तहत पंजीकृत है। संगठन में कार्यरत अधिकारियों ने विदेशी मुद्रा रोकथाम अधिनियम का उल्लंघन किया है। फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी योगेश ठक्कर ने कहा कि अगर पुलिस ने लेन-देन की गहन जांच की, तो इससे कम से कम 1,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी हो सकती है।

    इस मौके पर फाउंडेशन के किरण दुबे, आरती राजदान आदि मौजूद रहीं। ठक्कर ने कहा, ओशो  इंटरनैशनल फाउंडेशन ने विदेशों से बड़ी मात्रा में चंदा इकट्ठा किया है। चैरिटी कमिश्नर और विदेशी मुद्रा विभाग की अनुमति के बिना देश के बाहर बहुत अधिक दुराचार हुआ है। ओशो आश्रम के कुछ हिस्से को बेचने का भी प्रयास किया गया है। इस संबंध में सभी साक्ष्य 7 जुलाई को कोरेगांव पार्क थाने को दे दिए गए हैं।

    हालांकि, पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस इस मामले में विस्तृत जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें, यह मांग भी उन्होंने की है। इस संबंध में कोरेगांव पार्क थाने के निरीक्षक दिलीप शिंदे ने कहा, “ओशो फ्रेंड्स फाउंडेशन के योगेश ठक्कर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की जांच की जा रही है। इसे पूरा होने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।”