Ambulence
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    पिंपरी. पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) में निजी एम्बुलेंस (Private Ambulance) चालक मरीजों और उनके परिवारों को कोरोना अस्पताल (Corona Hospital) के साथ-साथ श्मशान तक ले जाने के लिए मरीजों और उनके परिवारों को लूट रहे हैं। चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र के भाजपा के पूर्व शहर अध्यक्ष और विधायक लक्ष्मण जगताप (MLA Laxman Jagtap) के इस संबंध में नाराजगी जाहिर करने के बाद पुणे जिले का आरटीओ (RTO) प्रशासन नींद से जाग गया है। क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (आरटीओ) ने मरीजों को परिवहन के लिए एम्बुलेंस के लिए टैरिफ (Tariff) की घोषणा की है। इसने एम्बुलेंस के अंदर दृश्य क्षेत्र में टैरिफ प्रदर्शित करना भी अनिवार्य कर दिया है। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि यदि कोई इस टैरिफ से अधिक शुल्क लेते हैं तो mh14 mmahatranscom.in पर रिपोर्ट करें। इन शिकायतों पर आरटीओ के वायुवेग दस्ते द्वारा एम्बुलेंस के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    शहर में निजी एंबुलेंस 1,000 रुपए से 3,000 रुपए प्रति घंटे के हिसाब से मरीजों से शुल्क ले रही हैं। एक शव का अंतिम संस्कार करने में चार से पांच घंटे का समय लगता है। तदनुसार, मृतक का परिवार एम्बुलेंस के लिए 4,000 से 5,000 रुपए प्रति घंटे और एम्बुलेंस के लिए 12,000 से 15,000 रुपए प्रति घंटे का शुल्क ले रहा है। लक्ष्मण जगताप ने अपना आक्रोश व्यक्त किया था कि लोगों के साथ की जा रही यह लूटखसोट जघन्य है। इस संबंध में उन्होंने बुधवार को पिंपरी-चिंचवड़ उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के अधिकारियों को एक पत्र भेजा था जिसमें कहा गया था कि इस कार्यालय के माध्यम से सभी निजी एम्बुलेंस को जब्त कर अपने मातहत में संचालित किया जाए। विधायक जगताप द्वारा आम आदमी की वित्तीय लूट पर रोष व्यक्त करने के अगले ही दिन जिला प्रशासन नींद से जाग गया।  पुणे क्षेत्रीय और पिंपरी-चिंचवड उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ने गुरुवार को कोरोना रोगियों को ले जाने वाली एम्बुलेंस के लिए शुल्क निर्धारण का आदेश जारी किया। 

    mh14@mahatranscom.in पर करें शिकायत

    आरटीओ ने लोगों से अपील की है कि एम्बुलेंस मालिक जो निर्धारित किराया से अधिक शुल्क लेते हैं, उन्हें वाहन संख्या के साथ-साथ वाहन क्रमांक ई-मेल आईडी mh14@mahatranscom.in पर रिपोर्ट करें। इस आदेश में कहा गया है कि इस तरह की शिकायतें दर्ज की जाएंगी और उनके खिलाफ आरटीओ के वायुवेग दस्ते द्वारा कार्रवाई की जाएगी। आरटीओ द्वारा जारी टैरिफ के अनुसार, मारुति गाड़ी वाली एम्बुलेंस के लिए दर 500 रुपए प्रति 25 किमी या 2 घंटे, 11 रुपये प्रति किमी और प्रतीक्षा करने के लिए 100 रुपए प्रति घंटे है। इसके अलावा टाटा सूमो के लिए, मेटोडोर एम्बुलेंस 600 रुपए प्रति 25 किमी या 2 घंटे, 12 रुपए प्रति किमी और प्रतीक्षा के लिए 125 रुपए प्रति घंटे, इसी तरह चेसिस पर निर्मित एंबुलेंस के लिए जैसे टाटा 407, स्वराज माजदा आदि 25 रुपए प्रति किलोमीटर या 900 रुपए, 2 घंटे के लिए 13 रुपए प्रति किमी और प्रतीक्षा करने के लिए, 150 रुपए प्रति घंटे निर्धारित किया गया है।  पिंपरी-चिंचवड उप-क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने सभी एम्बुलेंस मालिकों के संघों और अस्पतालों से अपील की है कि वे कोविड-19 की पृष्ठभूमि में बनी स्थिति का संज्ञान लें और किसी भी रोगी से अतिरिक्त किराया न लें।