arrest
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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    पिंपरी. बिना किसी के इलाज के 5 करोड़ रुपये का बिल पेश करने आईसीयू बेड (ICU Bed) के लिए मरीज के परिजनों से एक लाख रुपए वसूलने के बाद पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) के ऑटो क्‍लस्टर स्थित कोविड हॉस्पिटल का संचालन करनेवाले स्पर्श हॉस्पिटल का एक और कारनामा सामने आया है। हॉस्पिटल के मरीजों के लिए मनपा द्वारा मुफ्त (Free) में उपलब्ध कराए गए  रेमडेसिविर इंजेक्‍शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी (Black Marketing) करते हुए उन्हें 40 हजार रुपए में बेचने के मामले में स्पर्श हॉस्पिटल के एक कर्मचारी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।  

    इस बारे में शनिवार को पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम नितीन हरीदास गुंड (23), सागर काकासाहेब वाघमारे (24) और अजय बाबाराज दराडे (19) है। इनमें से अजय दराडे चिंचवड़ के ऑटो क्लस्टर स्थित मनपा के कोविड हॉस्पिटल का संचालन करनेवाले स्पर्श हॉस्पिटल का कर्मचारी है। वह इस कोविड अस्पताल में ब्रदर के तौर पर कार्यरत है। उनके पास से 25 हजार रुपये के 3 मोबाइल फोन, 4389 रुपये के दो इंजेक्‍शन कुल 30 हजार 389 रुपये का माल बरामद किया गया है। उनके खिलाफ पिंपरी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है। उनके साथ इस कालाबाजारी में औऱ कौन-कौन शामिल है? इसकी जांच पड़ताल की जा रही है। 

    मुखबिर से मिली जानकारी

    पुलिस को मुखबिर से आरोपियों के रेमडेसीवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी में लिप्त रहने की जानकारी मिली थी। इसके अनुसार नकली ग्राहक बनकर नितिन गुंड से संपर्क कर इंजेक्शन के बारे में पूछताछ की गई। उसने 40 हजार रुपए में एक के हिसाब से दो इंजेक्शन देने की बात कही। इंजेक्शन खरीदने की तैयारी दर्शाने पर उसने कालेवाडी के डेंटल प्लॅनेट हॉस्पिटल के सामने आने के लिए कहा। इसके अनुसार पुलिस के सामाजिक सुरक्षा विभाग और राज्य सरकार के खाद्य व औषधि प्रशासन विभाग की टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए नितिन औऱ सागर को हिरासत में लेकर उनके पास से  रेमडेसिवीर के दो इंजेक्‍शन जब्त किए। पूछताछ में उन्होंने पुलिस को बताया कि, ये इंजेक्शन उन्होंने ऑटो क्‍लस्टर के कोविड हॉस्पिटल में ब्रदर के रूप में काम करनेवाले अजय दराडे से हासिल किए हैं। इसके अनुसार उसे भी हिरासत में लिया गया और तीनों आरोपियों के खिलाफ पिंपरी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। 

    स्पर्श हॉस्पिटल फिर विवादों में घिरा

    बहरहाल इस कार्रवाई के बाद ऑटो क्लस्टर स्थित मनपा के कोविड हॉस्पिटल का संचालन करनेवाले स्पर्श हॉस्पिटल फिर विवादों में घिर गया है। हाल ही में निजी अस्पताल के दो डॉक्टर और स्पर्श के दो डॉक्टरों को पिंपरी पुलिस ने आईसीयू बेड के लिए एक मरीज के परिजनों से एक लाख रुपए वसूलने के मामले में गिरफ्तार किया है। जबकि इस कोविड हॉस्पिटल में सारा इलाज मुफ्त किया जाता है और उसके सारे खर्च का वहन मनपा की ओर से किया जाता है। इससे पहले कोरोना के पहले दौर में जिन दो कोविड केयर सेंटरों में एक भी मरीज का इलाज नहीं किया गया उसके ख़र्च के तौर पर मनपा को पांच करोड़ रुपए का बिल पेश करने के मामले से स्पर्श हॉस्पिटल विवादों में घिरा था। एक के बाद एक मामले सामने आने और सर्वसाधारण सभाओं में नगरसेवकों द्वारा आड़े हाथों लेने एवं महापौर द्वारा कार्रवाई के आदेश देने के बावजूद मनपा आयुक्त राजेश पाटिल ने अब तक स्पर्श के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इससे मनपा कमिश्नर की भूमिका भी संदेह के दायरे में आ गई है।